2024 चुनाव प्रचार की गूंज शांत, अंतिम मतदान कल

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण का प्रचार पूरा हो चुका है. इसके साथ ही इस चुनाव का प्रचार भी थम गया है. अब अंतिम चरण का मतदान 1 जून को होगा और चुनाव नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. अंतिम चरण में सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की कुल 57 सीटों पर मतदान होगा. इसमें पंजाब की सभी 13, हिमाचल की चार, उत्तर प्रदेश की 13, बंगाल की नौ, बिहार की आठ, ओडिशा की छह और झारखंड की तीन सीटें शामिल हैं। 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 543 लोकसभा सीटों में से 486 पर मतदान पूरा हो चुका है.

पहले चरण में 66.14, दूसरे में 66.71, तीसरे में 65.68, चौथे में 69.16, पांचवें चरण में 62.2 और छठे चरण में 63.36 प्रतिशत मतदान हुआ. बीजेपी के चुनाव अभियान की अगुवाई नरेंद्र मोदी ने की, इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार, हिंदुओं की संपत्ति छीनकर मुसलमानों को देने, मुसलमानों को ओबीसी आरक्षण देने जैसे आरोप लगाकर कांग्रेस पर हमला बोला. इसके साथ ही राम मंदिर का मुद्दा भी उठाया गया. वहीं विपक्षी इंडिया अलायंस ने बीजेपी को महिला, युवा, किसान, आरक्षण और संविधान विरोधी बताया. उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी और आरक्षण छीन लेगी.

लोकसभा चुनाव में करीब 8360 उम्मीदवार मैदान में हैं. जिनमें से 1643 (20 फीसदी) उम्मीदवारों ने कहा है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं. इन उम्मीदवारों में से 1191 (14 प्रतिशत) के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, महिलाओं के खिलाफ अपराध और नफरत फैलाने वाले भाषण जैसे गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं। सातवें और अंतिम चरण में 904 में से 199 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 151 उम्मीदवारों पर गंभीर अपराध के मामले चल रहे हैं. कुल 8360 उम्मीदवारों में से 8337 के हलफनामों का एडीआर संस्थान ने अध्ययन किया जिसमें यह निष्कर्ष सामने आया. 

अगर हम सबसे अधिक आपराधिक मामलों वाले शीर्ष पांच उम्मीदवारों को देखें, तो केरल के वायनाड में भाजपा उम्मीदवार के सुरेंद्रन के खिलाफ 243 आपराधिक मामले हैं। जिनमें से 139 गंभीर अपराध के मामले हैं. केरल के एर्नाकुलम से बीजेपी उम्मीदवार. केएस राधाकृष्णन के खिलाफ 211 आपराधिक मामले दर्ज हैं. सबसे ज्यादा आपराधिक मामले वाले उम्मीदवारों में तीसरे नंबर पर बंगाल के बैरकपुर से चुनाव लड़ रहे बीजेपी उम्मीदवार अर्जुन सिंह हैं.  

दोनों मुख्य पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस पर नजर डालें तो बीजेपी के 440 में से 191 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं, जबकि कांग्रेस के 327 में से 143 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं. 2019 और इस लोकसभा चुनाव में आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है. संपत्ति पर नजर डालें तो कुल 8337 में से 2572 उम्मीदवार करोड़पति हैं। जिसमें पीडीपी के चंद्रशेखर पेम्मासा के पास सबसे ज्यादा 5705 करोड़ रुपये, बीजेपी के कोंडा रेड्डी के पास 4568 करोड़ रुपये, बीजेपी की पल्लवी श्रीनिवासन डेम्पो के पास 1361 करोड़ रुपये, बीजेपी के नवीन जिंदल के पास 1241 करोड़ रुपये और कांग्रेस के नकुलनाथ के पास 716 करोड़ रुपये है. जबकि इस लोकसभा चुनाव में सभी सात चरणों में महिला उम्मीदवारों की संख्या 10 फीसदी से नीचे रही है. केवल छठे और सातवें चरण में ही यह संख्या 10 फीसदी से ऊपर रही. कुल 8337 में से केवल 797 (9.56 फीसदी) महिला उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में नजर आईं.