डायबिटीज के शुरुआती लक्षण: हाथों और पैरों पर दिखने वाले संकेतों को न करें नजरअंदाज

Diabetes10sept

आजकल की तेज़-तर्रार जिंदगी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण कई बीमारियाँ आम होती जा रही हैं, जिनमें डायबिटीज़ एक प्रमुख समस्या है। फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण शरीर में कई समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। हर उम्र के लोग अब डायबिटीज़ के शिकार हो रहे हैं, क्योंकि इससे इंसुलिन का सही उत्पादन नहीं हो पाता और ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। शुरुआती लक्षण अक्सर हाथ-पैर में दिखाई देते हैं, इसलिए इनके प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए।

हाथ-पैर और अन्य अंगों पर असर:
हाई ब्लड शुगर के कारण हाथों, पैरों, किडनी और आँखों जैसी महत्वपूर्ण अंगों पर असर पड़ सकता है। हाथ और पैर से जुड़ी समस्याएँ गंभीर संकेत हो सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

हाथों और पैरों में ऐंठन:
डायबिटिक न्यूरोपैथी के चलते हाथों और पैरों में ऐंठन और मांसपेशियों में जकड़न महसूस हो सकती है। उंगलियों के आस-पास की त्वचा मोटी और सख्त हो जाने के लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं, जिससे उंगलियों को मोड़ना मुश्किल हो जाता है। फोरआर्म और अपर आर्म्स की त्वचा भी प्रभावित हो सकती है। कभी-कभी हाथों पर बड़े, दर्दरहित छाले भी हो सकते हैं।

हाथों पर इंफेक्शन:
अगर आपके हाथों पर बार-बार स्किन इंफेक्शन होता है, तो यह डायबिटीज़ के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकता है। इस इंफेक्शन में जलन, सूजन, दर्द और छोटे दानों के साथ खुजली हो सकती है। ऐसे मामलों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है।

पैरों में दर्द और सूजन:
लगातार पैरों में दर्द, झुनझुनी, सुन्नता या जलन महसूस होना भी डायबिटीज़ के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा, डायबिटीज़ से पाचन तंत्र, यूरिनरी ट्रैक्ट और दिल की सेहत पर भी नकारात्मक असर पड़ता है।