एलपीजी गैस सिलेंडर: तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने एलपीजी ग्राहकों के लिए ईकेवाईसी लागू कर दिया है। ई-केवाईसी अनिवार्य होने के बाद गैस एजेंसियों पर ग्राहकों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसा ने ग्राहकों को हो रही परेशानियों को लेकर एक पत्र लिखा है।
सतीशन ने केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि ग्राहकों को हो रही परेशानी को दूर किया जाए। अब केंद्रीय मंत्री ने सतीशन के पत्र का जवाब दिया है।
कोई सीमा नहीं है
हरदीप सिंह पुरी ने एलपीजी ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सतीशन के पत्र का जवाब दिया। पुरी ने कहा कि तेल विपणन कंपनियों ने फर्जी खातों को खत्म करने और वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की फर्जी बुकिंग पर नकेल कसने के लिए ईकेवाईसी लागू किया है।
ईकेवाईसी की प्रक्रिया आठ महीने से अधिक समय से चल रही है। पुरी ने साफ तौर पर कहा कि ईकेवाईसी पूरा करने की कोई समय सीमा नहीं है। इसका मतलब है कि ग्राहकों को ईकेवाईसी को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। पुरी ने कहा कि ईकेवाईसी अभियान का उद्देश्य यह है कि केवल वास्तविक ग्राहकों को ही एलपीजी सेवा मिले।
ऐसे भी कर सकते हैं EKYC
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ग्राहकों को eKYC करवाने के लिए गैस एजेंसी जाने की जरूरत नहीं है। वे घर बैठे भी आसानी से eKYC करवा सकते हैं। ग्राहक गैस एजेंसी के कर्मचारी के जरिए भी eKYC करवा सकते हैं।
- एलपीजी सिलेंडर वितरित करते समय, गैस एजेंसी कर्मचारी मोबाइल ऐप के माध्यम से आधार क्रेडेंशियल प्राप्त करेंगे।
- आधार क्रेडेंशियल प्राप्त करने के बाद, ग्राहक के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
- ओटीपी दर्ज करने के बाद ईकेवाईसी पूरी हो जाएगी।
इसके अलावा ग्राहक तेल विपणन कंपनियों के ऐप के जरिए खुद भी केवाईसी कर सकते हैं।