दलीप ट्रॉफी में इंडिया-ए और इंडिया-बी टीमें आमने-सामने हैं। दोनों टीमों के बीच मुकाबला. बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है. पहले बल्लेबाजी करते हुए इंडिया-बी की टीम 321 रन पर आउट हो गई. दरअसल, एक समय ऐसा लग रहा था कि इंडिया-बी टीम 200 रन का आंकड़ा नहीं छू पाएगी. लेकिन मुशीर खान ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. मुशीर खान 373 गेंद पर 181 रन बनाकर कुलदीप यादव की गेंद पर पवेलियन लौटे. उन्होंने अपनी पारी में 16 चौके और 5 छक्के लगाए.
शानदार पारी के बाद मुशीर का बयान
जब मुशीर खान से उनकी बड़ी पारियों के बारे में पूछा गया तो खिलाड़ी ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें बड़ी पारियां खेलने के लिए प्रशिक्षित किया है. मुशीर के मुताबिक उनका शतक 150 रन से शुरू होता है. मुशीर ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें सिखाया था कि 150 रन पार करने के बाद ही वह अपने शॉट्स खुलकर खेल सकते हैं। ये फॉर्मूला मुशीर पर भी काम कर रहा है, यही वजह है कि ये खिलाड़ी महज 19 साल की उम्र में इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.
मुशीर-सैनी के बीच शानदार साझेदारी
दरअसल, 94 रन पर इंडिया-बी के 7 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे, लेकिन इसके बाद मुशीर खान ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर टीम को संकट से बाहर निकालने का काम किया। मुशीर खान के साथ नवदीप सैनी ने अच्छी भूमिका निभाई. नवदीप सैनी ने 144 गेंदों पर 56 रनों की शानदार पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी में 8 चौके और 1 छक्का लगाया.
मुशीर ने नवदीप सैनी के साथ 205 रन की साझेदारी की जो दलीप ट्रॉफी के इतिहास में 8वें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है. मुशीर और सैनी की इस साझेदारी के दम पर इंडिया-बी ने 321 रन का अच्छा स्कोर बनाया.
मैच की स्थिति
इंडिया-बी के ओपनर यशस्वी जयसवाल ने 59 गेंदों पर 30 रन बनाए. मुशीर और सैनी के अलावा इंडिया-बी का कोई भी बल्लेबाज पचास रन का आंकड़ा पार नहीं कर सका. इंडिया-ए के गेंदबाजों की बात करें तो आकाश दीप सबसे सफल गेंदबाज रहे. आकाश दीप ने 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. इसके अलावा खलील अहमद और आवेश खान को 2-2 विकेट मिले हैं. कुलदीप यादव ने मुशीर खान का कीमती विकेट लिया.