झांसी,11 मार्च(हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झांसी महानगर का बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में पिछले चार दिनों से चल रहा क्रमिक अनशन आज समाप्त हो गया। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के स्थगन आदेश के बाद, उच्च स्तरीय जांच समिति गठित कर संपूर्ण भर्ती प्रक्रिया की जांच कराने के लिखित आश्वासन के बाद अभाविप ने आंदोलन समाप्त कर दिया। कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने सभी अनशनकारियों को जूस पिलाकर उनका अनशन तुड़वाया।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय में चल रही शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया के में अनियमितता को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पिछले 4 दिनों से अनशन पर थे। आज विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कार्य परिषद की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें चयन संबंधी लिफाफे खोले जाने थे। कार्य परिषद की बैठक प्रारंभ होने से पूर्व ही विश्वविद्यालय परिसर में उपस्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के हजारों कार्यकर्ताओं ने प्रशासनिक कार्यालय के सामने नारेबाजी शुरू कर दी।
कार्यकर्ताओं की विशाल उपस्थिति देख विश्वविद्यालय प्रशासन बैकफुट पर आ गया तथा कुलपति एवं कुलसचिव ने छात्रों के बीच जाकर तत्काल उनकी मांग मानने की घोषणा की। विश्वविद्यालय प्रशासन ने न केवल भर्ती प्रक्रिया की उच्च स्तरीय जांच की मांग मानी अपितु आंदोलन के दौरान प्रकाश में आई अन्य अनियमितताओं पर भी कार्यवाही का आश्वासन दिया।
इस आश्वासन मिलने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा आंदोलन को स्थगित कर दिया गया। आंदोलन स्थगित करने पर प्रांत मंत्री शिवराजे बुंदेला ने कहा कि इस आंदोलन के दौरान विश्वविद्यालय में प्रशासनिक तथा वित्तीय अनियमितता के कई अन्य मामले भी प्रकाश में आए हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इन मामलों पर भी नजर रखे हुए हैं। परिषद ने आंदोलन स्थगित किया है ना कि समाप्त किया है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जांच समिति के गठन या किसी भी अन्य विषय पर पर लीपापोती करने का प्रयास किया तो अभाविप अपना आंदोलन पुनः प्रारंभ करने के लिए बाध्य होगी।