सतना, 15 मई (हि.स.)। मैहर जिले में अल्पवर्षा होने से ग्रीष्मकाल में जलस्तर नीचे जाने पर नगरीय निकायों में भी पेयजल की आपूर्ति में कठिनाई होने लगी है। मैहर नगरपालिका क्षेत्र में पेयजल की सुगम आपूर्ति और उपलब्धता के लिये कलेक्टर रानी बाटड ने नगर पालिका अधिकारी मैहर को वैकल्पिक जलस्त्रोत चिन्हांकित कर पेयजल आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिये थे।
नगर पालिका मैहर के मुख्य नगर पालिका अधिकारी लालजी ताम्रकार ने बुधवार को बताया कि अल्पवर्षा और गिरते जलस्तर के दौरान नगर में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो रही थी। नगरपालिका क्षेत्र में एक दिन छोड़कर और कुछ वार्डों में टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही थी। कलेक्टर के निर्देशानुसार जलभंडार के वैकल्पिक स्त्रोत के रुप में केजेएस सीमेंट की इमलियां खदान का चिन्हांकन कर एकत्र पानी की गुणवत्ता जांच की गई।
उन्होंने बताया कि खदान के समीप 25 हार्सपावर की मोटर लगाकर लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैहर नगर पालिका के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी लाया गया है। लगभग 2 किलोमीटर की दूरी से पानी लाने 110 सेंटीमीटर डाया की पाइनलाइन बिछाई गई है। सीएमओ ने बताया कि मैहर नगर पालिका क्षेत्र के लिये लगभग 40 लाख लीटर पानी की प्रतिदिन आवश्यकता होती है। फिल्टर प्लांट की क्षमता 20 लाख लीटर पानी की है। जिसके लिये इमलिया खदान से आपूर्ति होगी। शेष मैहर नगर पालिका क्षेत्र के अन्य जलस्त्रोतों से 10 लाख लीटर पानी की आपूर्ति हो रही है। इस प्रकार ग्रीष्मकाल में मैहर नगर पालिका क्षेत्र में जलसंकट और पेयजल की समस्या की समाधान संभव हुआ है।