धमतरी : महानदी किनारे बसे कई गांवों में पेयजल व निस्तारी संकट

धमतरी, 8 अप्रैल (हि.स.)। पेयजल व निस्तारी संकट से महानदी किनारे बसे ग्राम करेठा, चंदना-चन्द्रसूर व अन्य गांव के ग्रामीण जूझ रहे हैं। महानदी मुख्य नहर से निस्तारी पानी छोड़े जाने के बाद महानदी में भी निस्तारी पानी छोड़ने की मांग लेकर आज सोमवार को ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे।

इस साल महानदी में पानी नहीं छोड़े जाने के कारण क्षेत्र का भूजलस्तर गर्मी शुरू होते ही तेजी से गिर चुका है। हैंडपंप व बोरपंप हांफने लगे हैं। तालाब सूखने लगे हैं। कलेक्टोरेट पहुंचे ग्रामीण ग्राम पंचायत करेठा के पंच शेष कुमार ध्रुव, भोंदूराम ध्रुव, राजकुमार ध्रुव आज सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कोलियारी के ग्रामीण मेघनाथ साहू, दर्री की सरपंच गीतेश्वरी साहू, खरेंगा की सरपंच अमरीका ध्रुव, ग्राम भोथा के ग्रामीण रामकुमार सोनवानी, यशवंत साहू, हरिशचन्द्र नेताम महानदी ने नदी में पानी छोड़ने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि इस साल तो अपै्रल माह में असहनीय धूप पड़ रही है। तापमान का पारा 41 डिग्री पार कर चुका है।

भीषण गर्मी के बीच महानदी किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों के सामने निस्तारी संकट पैदा हो गई है। कई गांवों के तालाब सूखने लगे हैं। महानदी के दोनों छोर में रहने वाले ग्रामीणों का निस्तारी का मुख्य साधन नदी ही है। नदी के पानी से ही उनकी निस्तारी होती है, लेकिन इन दिनों महानदी पूरी तरह से सूखा पड़ा है। महानदी पूरी तरह से सूखने के कारण क्षेत्र के ग्रामीण निस्तारी पानी व पेयजल के लिए जूझ रहे हैं। मवेशियों को धोने की भी समस्या है। क्षेत्र में भूजल स्तर गिरने की वजह से हैंडपंप व बोरपंपों में पानी की धार पतली हो गई है, ऐसे में कई मोटरपंप भी बंद होने लगा है। यही हाल महानदी किनारे बसे ज्यादातर गांवों की दिक्कतें है, ऐसे में ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से गंगरेल बांध से होते हुए रूद्री बैराज के माध्यम से महानदी में निस्तारी पानी छोड़ने की मांग की है।

महानदी किनारे कई गांवों में है समस्या

ग्राम पंचायत अमेठी व करेठा के ग्रामीणों ने बताया कि महानदी किनारे बसे होने के बाद भी गर्मी के दिनों में उन्हें निस्तारी व पेयजल संकट से जूझना पड़ता है, जो बड़ी परेशानी है। लंबे समय से क्षेत्र के ग्रामीण निस्तारी पानी छोड़ने की मांग कर रहे हैं, लेकिन नहीं छोड़ा जा रहा है। क्षेत्र के ग्राम भंवरगांव, दर्री, खरेंगा, देवपुर, दोनर, भोथा, बोरसी, लड़ेर, सरगी, करेठा, कोलियारी, अमेठी, परसुली, कलातराई, अरौद, लीलर, जंवरगांव आदि गांवों में निस्तारी समस्या गहराने लगी है।