चुनाव में सांप्रदायिकता का जहर घोल रहे हैं डॉ. सरमा: रकीबुल

हैलाकांदी (असम), 21 अप्रैल (हि.स.)। राज्य के पूर्व मंत्री तथा कांग्रेस के धुबड़ी लोकसभा सीट के उम्मीदवार रकीबुल हुसैन ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा चुनाव में सांप्रदायिकता का जहर घोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार धुबड़ी सीट पर एआईयूडीएफ के निवर्तमान सांसद तथा उम्मीदवार मौलाना बदरुद्दीन अजमल की हार से मुख्यमंत्री डॉ. सरमा को काफी झटका लगेगा।

रकिबुल सोमवार को पार्टी उम्मीदवार हाफिज राशिद चौधरी के समर्थन में करीमगंज में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने बराक घाटी और ब्रह्मपुत्र घाटी के बीच संपर्क पुल के रूप में चौधरी द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया।

हुसैन ने बराक घाटी में मोइनुल हक चौधरी के योगदान की तुलना में भाजपा के विकास प्रयासों को नगन्य करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि परिसीमन प्रक्रिया ने करीमगंज में हिंदुओं और मुसलमानों के राजनीतिक अधिकारों का हनन किया है।

भाजपा के प्रदर्शन को निराशाजनक करार देते हुए रकिबुल ने करीमगंज के लोगों से किए गए वादे को पूरा नहीं करने का भाजपा पर आरोप लगाया।

उन्होंने मतदाताओं से आसन्न चुनाव में हाफिज राशिद चौधरी को वोट देने का आग्रह किया।

धुबड़ी निर्वाचन क्षेत्र में इस चुनाव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए रकिबुल ने एआईयूडीएफ का इसमें सफाया होने की घोषणा की। उन्होंने भाजपा में शामिल होने के लिए सिद्दीक अहमद और कमलाक्ष दे पुरकायस्थ की निंदा की।