डाॅ.कृष्णा आचार्य सहित छह राजस्थानी पैरोकारों काे डाॅ.एल.पी.तैस्सितोरी अवार्ड

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बीकानेर, 18 नवंबर (हि.स.)। सादूल राजस्थानी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बीकानेर के तत्वावधान में इटली मूल के राजस्थानी भाषा के विद्वान शोधार्थी डॉ. एल.पी . तैस्सितोरी की स्मृति में हर वर्ष डॉ. एल.पी. तैस्सितोरी अवार्ड दिए जाते हैं।

इंस्टीट्यूट के सचिव कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने बताया कि राजस्थानी भाषा के उत्थान में सहयोग देने वाले शोधार्थियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं विद्वानों को प्रतिवर्ष यह अवार्ड अर्पित किए जाते हैं। उन्होंने बताया की कोरोना के कारण गत दो वर्ष से यह अवार्ड नहीं दिए गए थे। इस वर्ष डॉ.एल.पी. तैस्सितोरी की जयंती के अवसर पर तीन वर्षों के अवार्ड दिए जाएंगे। जोशी ने बताया कि वर्ष 2022 का राजस्थानी कथाकार-गीतकार मनीषा आर्य सोनी एवं युवा शोधार्थी डाॅ.नमामी शंकर आचार्य को एवं 2023 के अवार्ड कवियत्री डाॅ.कृष्णा आचार्य एवं कवि-आलोचक डाॅ.गौरीशंकर प्रजापत को डाॅ.एल.पी.तैस्सितोरी अवार्ड दिए जाएंगे। जोशी ने बताया कि 2024 के एल.पी.तैस्सितोरी अवार्ड के लिए राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पूर्व सचिव डाॅ.सत्यप्रकाश आचार्य एवं राजस्थानी भाषा के पैरोकार-समाजसेवी डाॅ.नरेश गोयल को अवार्ड देने की घोषणा की गई है।

कार्यक्रम प्रभारी राजाराम स्वर्णकार ने बताया कि अब तक बारह विद्वानों को इंस्टीट्यूट द्वारा डाॅ.एल.पी.तैस्सितोरी अवार्ड दिए जा चुके हैं। स्वर्णकार ने बताया कि घोषित अवार्ड में अभिनंदन पत्र, शाल, स्मृति चिह्न, श्रीफल देकर सम्मान किया जायेगा।