डॉ। श्रीमती भूपिंदर पातर इप्सा द्वारा सुरजीत पातर श्रद्धांजलि समारोह में शामिल हुईं

19 11 2024 6895763.jfif

ब्रिस्बेन: ऑस्ट्रेलिया की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था इंडोस पंजाबी साहित्य अकादमी ने पिछले रविवार को स्थानीय इंडोस पंजाबी लाइब्रेरी इनाला में डॉ. सुरजीत पातर स्मृति सेवा का आयोजन किया। इसमें भारत से उनकी पत्नी श्रीमती भूपिंदर कौर पातर विशेष रूप से शामिल हुईं। कार्यक्रम की शुरुआत में श्रीमती भूपिंदर कौर पातर ने सुरजीत पातर की याद में मोमबत्ती जलाई और उन्हें नमन किया। इसके बाद शांति न्यायाधीश दलवीर हलवारवी, तार्किक लेखक मनजीत बोपाराय, इप्सा सचिव सरबजीत सोही, गीतकार निर्मल सिंह देयोल और सरबजीत सिंह गोराया ने पातर साहब को अपने शब्दों से याद किया और उनकी कविता और व्यक्तित्व के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। अमनप्रीत कौर टल्लेवाल ने सुरजीत पातर हूरों की मशहूर कविता अरैखा खत से माहौल को भावुक कर दिया। गायक जस मल्ली ने अपने कुछ शेयरों पर एक गीत प्रस्तुत किया।

समारोह के दूसरे भाग में अमेरिका से आए फिल्म निर्माता और अभिनेता बॉब खैरा ने पतरजी को श्रद्धांजलि अर्पित की, उनके साथ अपनी पुरानी यादें साझा कीं और दर्शकों के लिए एक गीत गाया। पातर साहब के पोते अविर पातर ने अपने दादाजी के साथ बिताए समय की यादों पर तोतली भाषा में बच्चों का गीत गाकर सुंदर प्रस्तुति दी। अंत में श्रीमती भूपिंदर कौर पातर ने जीवनसाथी के रूप में डॉ. सुरजीत पातर के साथ बिताए पलों और उनके स्वभाव के बारे में कुछ खास बातें बताईं। उन्होंने सुरजीत पातर जी की जीवनशैली, शौक और सामान्य जीवन में दृष्टिकोण के बारे में कई बातें साझा कीं।

श्रीमती भूपिंदर पातर ने एक ग़ज़ल गाकर पटारजी की शैली और आवाज़ को पुनर्जीवित किया। उन्हें इप्सा द्वारा अवार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। इस मौके पर जरनैल सिंह बस्सी, पॉल राउके, मेजर हेयर, गुरजीत सिंह उप्पल, बिक्रमजीत सिंह चंदी, श्रीमती जसबीर कौर और प्रिंस निलोन आदि मौजूद थे। इस कार्यक्रम में हॉलैंड के रहने वाले लेखक जोगिंदर सिंह बाथ की किताब ‘कनाडा कनाडा मैं जाना’ लोगों के सामने पेश की गई. मंच सचिव की भूमिका रुपिंदर सोज ने निभाई.