दिल्ली पर 'डबल अटैक': ऊपर से आफत की बारिश, नीचे से उफनती यमुना का खतरा

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राजधानी दिल्ली और एनसीआर इस समय दोहरी मार झेल रहे हैं। एक ओर, सोमवार से जारी विनाशकारी बारिश ने शहर को 'बंदी' बना दिया है, वहीं दूसरी ओर, पहाड़ों से उफनती यमुना के रूप में आ रहा पानी बाढ़ के बड़े खतरे के रूप में दस्तक दे रहा है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं और यमुना किनारे रहने वाले लोगों को अपने घर खाली करने के लिए कहा जा रहा है।

पहली मुसीबत: बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया

पिछले 48 घंटों से दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में हो रही मूसलाधार बारिश ने लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर की सड़कें तालाब बन गई हैं और गाड़ियाँ तैरती नज़र आ रही हैं। मंगलवार को भी लोगों को घंटों लंबे और थका देने वाले ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, प्रशासन ने आज यानी बुधवार के लिए भी बड़े फैसले लिए हैं:

स्कूल बंद: बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली और गुरुग्राम के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।

घर से काम: कंपनियों को सलाह दी गई है कि वे अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा प्रदान करें ताकि सड़कों पर दबाव कम हो।

अब दूसरी और सबसे बड़ी चिंता: उफनती यमुना नदी

यमुना नदी अब सड़कों पर भरे पानी से भी बड़ा ख़तरा बन गई है। पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश का पानी हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार छोड़ा जा रहा है। यह पानी अब दिल्ली पहुँचकर ख़तरा बन रहा है।

दिल्ली में यमुना नदी ख़तरे के निशान (205.33 मीटर) को पार कर गई है, जिसके बाद बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है और यमुना किनारे के निचले इलाकों, जैसे यमुना खादर और लोहे के पुल के आसपास, से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम तेज़ी से शुरू कर दिया गया है। इन लोगों को ऊँची जगहों पर बने राहत शिविरों में भेजा जा रहा है।

अगले 48 घंटे बेहद मुश्किल

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी दिल्ली-एनसीआर में और बारिश की संभावना जताई है। एक तरफ बारिश और दूसरी तरफ यमुना का बढ़ता जलस्तर - कुल मिलाकर अगले 24 से 48 घंटे दिल्ली के लिए बेहद मुश्किल भरे हो सकते हैं। प्रशासन ने लोगों से यमुना किनारे न जाने और पूरी तरह से सावधान रहने की अपील की है।

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