मुंबई: मुंबई, मुंबई के आसपास के स्थानों, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में अगले 48-72 घंटों के दौरान चक्रवात आने की संभावना नहीं है। वहीं, तेज बारिश के साथ तूफानी हवा भी नहीं चल रही है. मौसम विभाग ने आज स्पष्ट किया है कि पिछले कुछ दिनों से मुंबई में सोशल मीडिया पर मैसेज और कुछ प्रेस कटिंग चल रही हैं कि 24-25 मई के दौरान मुंबई में एक बड़ा चक्रवात आने वाला है. वहीं, मुंबई, मुंबई के पास ठाणे, पालघर समेत महाराष्ट्र में भारी बारिश होगी।
सोशल मीडिया पर चल रहे ऐसे संदेशों से मुंबई के नागरिकों में डर और चिंता फैलना स्वाभाविक है. साथ ही, मौसम विज्ञानी और स्वतंत्र मौसम विज्ञानी होने का दावा करने वाले कुछ तत्व भी गैर-जिम्मेदार, गलत, मौसम संबंधी नियमों के विपरीत भविष्यवाणियां और सूचनाएं फैला रहे हैं जैसे 2024 में केरल में मानसून का आगमन, मुंबई-महाराष्ट्र में आगमन, निम्न दबाव और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात का प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। मानसून आदि पर है
ऐसे गैरजिम्मेदार तत्वों द्वारा ऐसी झूठी एवं आधारहीन जानकारी फैलाने से प्रदेश के आम नागरिकों एवं किसानों में भय एवं चिंता फैल सकती है।
मौसम विभाग (मुंबई केंद्र) की वरिष्ठ वैज्ञानिक सुषमा नायर ने गुजरात समाचार को सटीक जानकारी देते हुए कहा है कि 22 मई 2024 को बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य भाग में एक कम दबाव का केंद्र बना है. अब आज 24 मई को यह निम्न दबाव के डिप्रेशन (तीव्रता बढ़ने से बदला हुआ स्वर) में बदल गया है। इसके साथ ही आज यह डिप्रेशन 16 किमी की रफ्तार से उत्तर-पूर्व (उत्तर-पूर्व) दिशा में आगे बढ़ गया है.
ऐसी भी संभावना है कि अगले 24 घंटों यानी 25 मई के दौरान यह डिप्रेशन और तेज होकर चक्रवात का रूप ले लेगा. इस चक्रवात का नाम रामल (रेत) सुझाया गया है। फिर 26 मई को रामल उत्तर की ओर बढ़ेगा और एक गंभीर चक्रवात में बदल जाएगा और बंगाल सागर में सागर द्वीप और खेपुरारा के बीच से गुजरेगा।
इन सभी प्राकृतिक कारकों और हलचलों को ध्यान में रखते हुए, प्रस्तावित रामल चक्रवात का मुंबई में अरब सागर तक कोई प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है। इसलिए अगले 48-72 घंटों के दौरान मुंबई समेत आसपास के ठाणे, पालघर में भारी बारिश या तूफानी हवाएं नहीं चलेंगी। अगले चार दिनों (25-28 मई) तक मुंबई में मौसम शुष्क रहने की संभावना है, क्योंकि मानसून भारत के केरल के समुद्री तट के करीब पहुंच रहा है, इसके अग्रिम परिवर्तन के कारण आर्द्रता का स्तर अधिक होने की संभावना है। इसलिए मुंबईकरों को दोपहर में गर्मी और ठंड का अनुभव होने की संभावना है।