अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ग्रीनलैंड और पनामा नहर को खरीदने का विचार व्यक्त कर भू-राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। ट्रंप का मानना है कि अमेरिका एक ऐसा साम्राज्य है, जिसे विकसित और विस्तार किए बिना ढहने का खतरा है। उनके इस प्रस्ताव से यूरोप समेत कई देशों में खलबली मच गई है। वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबियों और रूसी मीडिया हस्तियों ने ग्रीनलैंड खरीदने के ट्रंप के प्रस्ताव का समर्थन किया है।
ग्रीनलैंड पर ट्रंप की नजर: क्या है प्रस्ताव?
डोनाल्ड ट्रंप ने सुझाव दिया है कि अमेरिका ग्रीनलैंड को खरीदकर इसे अपने राष्ट्रीय सुरक्षा और स्वतंत्रता की रणनीति का हिस्सा बना सकता है।
- ग्रीनलैंड, जो दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप है, अटलांटिक और आर्कटिक महासागरों के बीच स्थित है।
- यह क्षेत्र 80% बर्फ की चादर से ढका हुआ है और यहां एक महत्वपूर्ण अमेरिकी सैन्य अड्डा भी मौजूद है।
- ट्रंप का कहना है कि ग्रीनलैंड पर अमेरिकी नियंत्रण से यह द्वीप मिसाइल डिफेंस सिस्टम और सैन्य उद्देश्यों के लिए अहम भूमिका निभाएगा।
रूस का समर्थन और पुतिन की रणनीति
रूस के प्रमुख टीवी चैनल रूस-1 पर, कार्यक्रम होस्ट व्लादिमीर सोलोविओव और अन्य विशेषज्ञों ने ट्रंप के ग्रीनलैंड खरीदने के प्रस्ताव की सराहना की।
- रूसी विशेषज्ञों की राय:
- पुतिन की यूनाइटेड रशिया पार्टी की सदस्य एलेना पैनिना ने कहा,
“ग्रीनलैंड पर अमेरिकी कब्जे से रूस को सैन्य रूप से सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। द्वीप पर एक बड़ा अमेरिकी सैन्य अड्डा बनने से यह क्षेत्र अमेरिकी रणनीतिक बमवर्षकों के लिए महत्वपूर्ण बन जाएगा।”
- यह कदम अमेरिकी सैन्य क्षमताओं को मजबूत कर सकता है, जिससे रूस को अपनी रणनीतियों को और अधिक प्रभावी बनाने का मौका मिलेगा।
- पुतिन की यूनाइटेड रशिया पार्टी की सदस्य एलेना पैनिना ने कहा,
डेनमार्क की प्रतिक्रिया: ग्रीनलैंड बिक्री के लिए नहीं
ग्रीनलैंड डेनमार्क के अधीन है और डेनमार्क के शासनाध्यक्ष म्यूटे बोरुप एगेडे ने ट्रंप के प्रस्ताव को सख्ती से खारिज कर दिया।
- उन्होंने कहा:
“ग्रीनलैंड हमारा है। हम इसे बिक्री के लिए तैयार नहीं हैं और कभी भी इसे बेचने पर विचार नहीं करेंगे।”
- डेनमार्क ने इसे स्वतंत्रता की लड़ाई का हिस्सा बताते हुए ट्रंप की अपील को निरर्थक करार दिया।
पनामा नहर पर ट्रंप की नजर
ग्रीनलैंड के अलावा, ट्रंप ने पनामा नहर को खरीदने और अमेरिकी नियंत्रण में लेने का प्रस्ताव भी दिया है।
- पनामा नहर, जो अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ती है, वैश्विक व्यापार और नौवहन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
- ट्रंप ने सुझाव दिया कि यदि पनामा नहर पर परिवहन लागत कम नहीं की गई, तो अमेरिका इसे फिर से नियंत्रित करने का कदम उठा सकता है।
कनाडा पर भी सुझाव
डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भी कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने का विचार व्यक्त किया था।
- उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को ‘ग्रेट स्टेट ऑफ कनाडा’ का गवर्नर बनाने का सुझाव दिया।
- हालांकि, इस विचार को भी कनाडा और वैश्विक नेताओं ने खारिज कर दिया।
ग्रीनलैंड और पनामा नहर की भू-राजनीतिक अहमियत
- ग्रीनलैंड:
- भू-रणनीतिक स्थिति: अटलांटिक और आर्कटिक महासागरों के बीच स्थित होने के कारण ग्रीनलैंड का रणनीतिक महत्व है।
- सैन्य उपयोग: अमेरिका के लिए यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम और रणनीतिक बमवर्षकों के लिए अहम हो सकता है।
- पनामा नहर:
- यह वैश्विक व्यापार और नौवहन के लिए महत्वपूर्ण मार्ग है, जो अमेरिकी हितों को प्रभावित करता है।
- नहर पर नियंत्रण से अमेरिका अपनी आर्थिक और सैन्य स्थिति को मजबूत कर सकता है।
भविष्य पर संभावित प्रभाव
- ट्रंप के इन प्रस्तावों ने वैश्विक भू-राजनीति को गर्मा दिया है।
- रूस और अन्य वैश्विक शक्तियां:
- रूस अपनी विस्तारवादी नीतियों को और तेज कर सकता है।
- ट्रंप के इन कदमों से यूरोप और एशिया में सुरक्षा और सामरिक संतुलन पर प्रभाव पड़ सकता है।