डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के संबंध: ‘रिवर्स किसिंजर’ नीति पर बढ़ती बहस

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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के रिश्ते हमेशा से ही वैश्विक राजनीति में चर्चा का केंद्र रहे हैं। ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान पुतिन के प्रति एक नरम रुख अपनाया, जो उनकी अन्य आक्रामक राजनीतिक और सैन्य नीतियों से बिल्कुल अलग था। खासकर, जब ट्रंप ने युद्धग्रस्त यूक्रेन को समर्थन देने में कंजूसी दिखाई और पूरी तरह से संघर्ष के लिए उसे ही दोषी ठहराया, तो यह साफ हो गया कि वे पुतिन को किसी भी कीमत पर नाराज नहीं करना चाहते थे।

क्या है ‘रिवर्स किसिंजर’ नीति?

‘रिवर्स किसिंजर’ एक राजनीतिक अवधारणा है, जो अमेरिकी विदेश नीति में शक्ति संतुलन को समझने का एक नया तरीका प्रस्तुत करती है। यह शब्द पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर की नीतियों से प्रेरित है, जिन्होंने अमेरिकी प्रभुत्व बढ़ाने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ कूटनीतिक संबंध मजबूत करने की नीति अपनाई थी।

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किसिंजर ने 1970 के दशक में चीन के साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित किए, ताकि अमेरिका को सोवियत संघ के खिलाफ एक मजबूत स्थिति मिल सके। लेकिन ‘रिवर्स किसिंजर’ का मतलब बिल्कुल उलटा है – यानी किसी नेता द्वारा अपने पुराने दुश्मन के साथ सहयोग बढ़ाना, ताकि वैश्विक शक्ति संतुलन में अपने लिए जगह बनाई जा सके।

डोनाल्ड ट्रंप की पुतिन के प्रति दोस्ताना नीति को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है। उन्होंने कई मौकों पर रूस की प्रशंसा की और उसके खिलाफ कड़े प्रतिबंधों या कार्रवाई से परहेज किया, जिससे यह सवाल उठने लगे कि क्या वे अमेरिका की पारंपरिक रूस-विरोधी नीति से अलग हटकर एक नया समीकरण बना रहे थे?

चीन फैक्टर: ट्रंप की रणनीति का अहम हिस्सा

ट्रंप के रूस के प्रति नरम रवैये के पीछे एक अहम कारण चीन को अलग-थलग करना भी हो सकता है।

  • हेनरी किसिंजर ने ट्रंप को सलाह दी थी कि अगर अमेरिका को चीन के बढ़ते प्रभुत्व को रोकना है, तो उसे रूस के साथ संबंध सुधारने होंगे।
  • ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान रूस के साथ दोस्ती बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन डेमोक्रेट्स ने उन्हें “रूस की कठपुतली” तक कह दिया।
  • अक्टूबर 2023 में एक इंटरव्यू में, ट्रंप ने कहा था, “अगर अमेरिका के लिए कुछ मायने रखता है, तो वह है चीन और रूस को अलग रखना। अगर हम ऐसा नहीं कर पाते, तो यह हमारी सबसे बड़ी गलती होगी।”