धमतरी, 17 जुलाई (हि.स.)।आदिशक्ति मां अंगारमोती परिसर में डोम बनाया जाएगा। इसके आलावा सुव्यवस्थित व्यवसायिक काम्प्लेक्स का निर्माण भी होगा। इन दोनों कार्यों के लिए कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने 56 लाख देने का आश्वासन ट्रस्ट के सदस्यों और आदिवासी समाज के मुखिया लोगों को दिया। ट्रस्ट के सदस्यों एवं आदिवासी समाज के प्रांतीय पदाधिकारियों ने शनिवार को कृषि, एसटी एससी ओबीसी अल्पसंख्यक विकास मंत्री रामविचार नेताम से उनके कार्यालय में मुलाकात की। ट्रस्ट के विकास को लेकर कई बिंदुओं पर उनसे चर्चा की।
ट्रस्ट के अध्यक्ष जीवराखन मरई ने मंत्री को बताया कि मां अंगारमोती गोंड़ समाज की आराध्य देवी है जिसका संचालन ट्रस्ट व्दारा किया जा रहा है। वर्तमान में दर्शनाथियों की भीड़ बढ़ रही है। भविष्य को देखते हुए कई निर्माण कराए जा रहे हैं। दर्शनाथियों की सुविधा को देखते हुए डोम और व्यवस्थित काम्पलेक्स बनाने की आवश्यकता है। ट्रस्ट की इस मांग को मंत्री ने गंभीरता से सुना। इसके बाद डोम और काम्प्लेक्स के लिए उन्होंने 56 लाख रुपये देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर ट्रस्ट के संरक्षक शिशुपाल सोरी, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम, आरएन ध्रुव, खामसिंह मांझी सांसद राज्यसभा रायगढ़, माधव सिंह ठाकुर गोंड़ समाज अध्यक्ष, जयपाल ठाकुर अध्यक्ष तहसील, नारायण ध्रुव मगरलोड तहसील अध्यक्ष, ठाकुर राम नेताम, ओंकार नेताम, कृष्णा नेताम, अनीता ध्रुव, बुधन्तीन नेताम, नन्दा ध्रुव, मनराखन ध्रुव, समारू ध्रुव उपस्थित थे। मालूम हो कि मां अंगारमोती के दर्शन के लिए चैत्र व क्वांर नवरात्र के अलावा बारहों महीने दूर-दूर से श्रध्दालु पहुंचते हैं।
कुछ इस तरह बनेगा डोम
माताजी के सामने खुले परिसर में 120 फीट लंबा और 50 फीट चौड़ाई तथा 25 फीट उंचा डोम का निर्माण होगा। यह डोम ट्यूबलैस फ्रोफाईल सीट से बनेगा। इस सीट में दोनों तरफ नाली होगी जिसका पानी अंडरग्राउड रहेगा। इससे श्रध्दालुओं को धूप, पानी और अन्य असुविधाओं से मुक्ति मिलेगा। ट्रस्ट के अध्यक्ष ने इसका ब्लू प्रिंट तैयार कराकर मंत्री को दिया है।
काम्प्लेक्स बनने के बाद कुछ इस तरह दिखेगा परिसर
अध्यक्ष जीवराखन मरई और ट्रस्ट के सदस्य लंबे समय से व्यवस्थित काम्प्लेक्स के लिए प्रयासरत हैं। बकायदा इसका प्रस्ताव भी कराया जा चुका है जिसमें कुल एक करोड़ 6 लाख रुपये खर्च होना है। विशेष प्रसादी के लिए अलग स्थान चिन्हांकित है जहां शेड बनाया जाएगा।