सैलून में बाल धोना और ब्लो ड्राई करना एक खास तरह का आरामदायक अनुभव होता है। लेकिन हाल ही में भारत के मशहूर न्यूरोसर्जन डॉ. अरुण नाइक ने एक चौंकाने वाली चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि अगर सावधानी नहीं बरती गई तो सैलून में बाल धोने के दौरान गर्दन की गलत पोजीशन से जानलेवा स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
डॉ. नाइक के अनुसार, बाल धोते समय गर्दन को सिंक पर बहुत पीछे की ओर झुकाने से गर्दन की नसों पर दबाव पड़ सकता है, जिससे मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति बाधित हो सकती है। मामूली मामलों में चक्कर आना, दृष्टि धुंधली होना, सुन्न होना और घबराहट जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। लेकिन लंबे समय तक दबाव के कारण यह स्थिति घातक स्ट्रोक का कारण बन सकती है।
डॉक्टरों ने इस स्थिति को ‘ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम’ नाम दिया है। अमेरिका में 1993 में पहला मामला दर्ज किया गया था। तब से ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। 2016 में स्कॉटलैंड की एक महिला एडेल बर्न्स को सैलून में बाल धोते समय स्ट्रोक हुआ, जिसके कारण वह 24 घंटे तक न बोल सकी, न देख सकी और न ही चल सकी।
किसे अधिक खतरा है?
डॉ. नाइक ने कहा कि उच्च रक्तचाप, मधुमेह या गर्दन की समस्याओं से पीड़ित लोगों को इसका खतरा अधिक है। इसलिए, इन लोगों को अधिक सावधान रहना चाहिए।
डॉ. नाइक ने कुछ सरल सुझाव साझा किए हैं:
गर्दन को सहारा दें: गर्दन को सिंक पर रखने से पहले तौलिया या कुशन का उपयोग करें।
सिंक और कुर्सी की ऊंचाई: सिंक और कुर्सी की ऊंचाई सही ढंग से सेट करें।
स्थिति बदलें: लम्बे समय तक एक ही स्थिति में न रहें।
लक्षणों को पहचानें: यदि चक्कर आना, कमजोरी, बोलने में कठिनाई या धुंधला दिखाई देना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत सैलून स्टाफ को सूचित करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
यह चेतावनी उन लाखों लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो नियमित रूप से सैलून जाते हैं। छोटी-छोटी सावधानियाँ बरतकर इस गंभीर खतरे से बचा जा सकता है।