सरकारी कार्य परियोजना की डीएम ने की समीक्षा

कटिहार, 29 फरवरी (हि.स.)। खनन टास्क फोर्स के सदस्यों, जिला खनिज फाउण्डेशन के सदस्यों एवं सरकारी कार्य परियोजना के पदाधिकारियों के साथ डीएम ने समीक्षा बैठक की।

जिला खनन कार्यालय, कटिहार व खनन टास्क फोर्स के अन्य सदस्यों यथा अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, परिवहन पदाधिकारी तथा स्थानीय स्तर के अधिकारियों जैसे अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष के सहयोग से जिला खनन कार्यालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 395 छापामारियों में 180 वाहनो को जप्त करते हुये कुल दण्ड की राशि- 231.67 (लाख) वसूली फरवरी माह तक की गई है।

समय-समय पर विभागीय स्तर से प्राथमिकी भी अवैध कर्त्ताओं के खिलाफ दर्ज कराई जाती है। अवैध खनन

के मामलों में कार्रवाई हेतु स्थानीय स्तर पर सभी अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को अवैध खनन पर पूर्णरुपेण अंकुश लागाने का पुनः निर्देश दिया गया। बैठक में उपस्थित सरकारी कार्य परियोजनाओं के पदाधिकारियों को भी निदेश दिया गया कि जिला खनन कार्यालय से वैध अनुज्ञप्ति प्राप्त कर ही कार्य योजनाओं के लिए मिट्टी का उठाव किया जाय ताकि जिला स्तर से हो रहे अवैध खनन की छापामारी से सरकारी कार्य बाधित ना हो। प्रभारी खनिज विकास पदाधिकारी, कटिहार डॉ. मृत्युंजय कुमार झा को निदेश दिया गया कि खनन योजना प्राप्त होने के पश्चात् सरकारी कार्य हित में जल्द से जल्द अनुज्ञा पत्र निर्गत करेंगे।

सरकारी राजस्व संग्रहण में जिला खनन कार्यालय, कटिहार का महत्वपूर्ण योगदान है। माह फरवरी 2024 तक खनन कार्यालय द्वारा कुल- 19 करोड़ लक्ष्य की प्राप्ति की जा चुकी है। विभाग से प्राप्त वार्षिक लक्ष्य- लगभग 29 करोड़ 34 लाख की प्राप्ति हेतु खनन कार्यालय प्रगतिशील है। जिसके लिए छापेमारियों की संख्या बढ़ाते हुए खनन टास्क फोर्स के सभी सदस्यों को अवैध खनन, परिवहन एवं भण्डारण के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने का निदेश दिया गया। सरकारी कार्य विभागों से प्राप्त खनन राजस्व में कमी पाये जाने के कारण कार्य पालक अभियंताओं से योजनावार प्राप्त होने वाले खनन राजस्व की मांग की गई है तथा ससमय खनन राजस्व को खनन शीर्ष में जमा करने का निर्देश दिया गया। ईट-सत्र 2023-24 में फरवरी माह तक कुल- 131 ईट-भट्टेदारों द्वारा खनन राजस्व का भुगतान किया जा चुका है शेष से राजस्व प्राप्ति प्रक्रियाधीन है। विगत वर्ष जिले में चल रहे सभी ईट-भट्ठों द्वारा खनन राजस्व का भुगतान कर दिया गया था। मिट्टी मद में खनन कार्यालय द्वारा प्राप्त वार्षिक लक्ष्य- 85 लाख के विरूद्ध कुल एक करोड़ 58 लाख की वसूली की जा चुकी है। जिसमें वित्तिय वर्ष की समाप्ति तक और अधिक वृद्धि की संभावना है।

जिला खनिज फाण्डेशन में अभी सात लाख रूपये जमा है, जिसे प्रधान मंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के अन्तर्गत जन उपकारी योजनाओं में व्यय किया जा सकता है। पूर्व में जिला खनिज फाण्डेशन की राशि 02 योजनाओं में खर्च की गई है। जिससे सामुदायिक शौचालयों में सौरचालित बल्ब लगाया गया था तथा दूसरी योजना के द्वारा जिले के 06 बालिका मध्य विद्यालयों में बेंच डेस्क की आपूर्ति की गई है।

कटिहार जिला एक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। नदियों द्वारा लाये जाने वाले गाद की अत्यधिक मात्रा नदियों / जलाशयों की क्षमता में कमी लाती है तथा जल प्रवाह की दिशा में अप्रयाशित परिवर्त्तन का कारणबनती है जिसके कारण बाढ़ एक विभत्स रूप लेकर सुरक्षात्मक कार्यों में अत्यधिक व्यय का कारण बनती है। अपर मुख्य सचिव, जल संसाधन विभाग, चेतन्य प्रसाद (भा०प्र०सं०) द्वारा तथा खान एवं भूतत्व विभाग द्वारा प्राप्त पत्र के आलोक में जिला पदाधिकारी, कटिहार द्वारा कटिहार में चिन्हित 11 गाद स्थलों का निरीक्षण करवाते हुये गाद निस्तारण के उपायों को खोजने का अनुमंडल स्तरीय समिति, जिला सर्वेक्षण प्रतिवेदन तथा खनिज विकास पदाधिकारी को निदेश दिया गया।