मां वाराही धाम, पूर्णागिरि धाम व रीठा साहिब के मास्टर प्लान की डीपीआर को लेकर डीएम ने की बैठक

चम्पावत, 01 मार्च (हि.स.)। जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने मंदिर समिति मां वाराही धाम देवीधूरा, रीठा साहिब व मां पूर्णागिरी के प्रतिनिधियों व विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मास्टर प्लान की डीपीआर बनाए जाने को लेकर बैठक की। बैठक में देवीधूरा मास्टर प्लान के संबंध में अवगत कराया कि मानसखंड मंदिर माला के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग द्वारा 12 करोड़ 53 लाख रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, जिसमें इस क्षेत्र में विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं के साथ ही मंदिर परिक्षेत्र, पाथवे निर्माण, मंदिर का निर्माण, आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वर्ष भर विभिन्न सुविधाएं विकसित करने पर चर्चा की गई।

मां वाराही मंदिर के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में निर्णय लिया गया कि मंदिर का जीर्णोद्धार एवं मंदिर के समीप गेट निर्माण का कार्य मंदिर समिति देवीधूरा स्वयं अपने खर्चे पर करेगी। इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग द्वारा हल्द्वानी (नैनीताल) रोड, लोहाघाट रोड एवं परिक्रमा मार्ग पर कुल तीन गेटों का निर्माण कुमाऊनी शैली के रूप में कराया जाएगा। परिक्रमा मार्ग के साथ ही जीआईसी हेलीपैड व स्थानीय बाजार में हॉट मिक्स, सड़क सुधारीकरण, नाली निर्माण, ड्रेनेज व्यवस्था व सड़क निर्माण का कार्य कराया जाएगा।

बैठक में रीठा साहिब के मास्टर प्लान पर चर्चा के दौरान जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई आदि विभागों को आपसी समन्वय बनाते हुए क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी, पार्किंग, रेन बसेरा, पुल निर्माण, भू कटाव रोकथाम, घाट सौंदर्यकरण, बाढ़ सुरक्षा, लधिया व रतिया नदी के संगम स्थल का सौंदर्यकरण, पुराने भवनों का जीर्णोधार सहित अवस्थाना सुविधाओं के कार्य को शीघ्र कराए जाने हेतु निर्देश दिए।

बैठक के दौरान पूर्णागिरि क्षेत्र में विभिन्न सुविधाएं विकसित किए जाने के संबंध में मंदिर समिति के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने वन विभाग से आए क्षेत्राधिकारी से क्षेत्र के वन, राजस्व एवं निजी भूमि के संबंध में नक्शा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही क्षेत्र में ठूलीगाड़ से भैरव मंदिर तक सड़क मार्ग व डबल लेन बनाये जाने हेतु शीघ्र डीपीआर बनाये जाने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को दिए। इसके साथ ही क्षेत्र में पोथ से कोटकेंद्री व सेलागाड़ से कोटकेंद्री सड़क निर्माण सहित मंदिर क्षेत्र के परिक्रमा पत्र निर्माण पेयजल व्यवस्था पार्किंग निर्माण आदि पर भी चर्चा की गई।