भारत की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी Dixon Technologies ने चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Vivo India के साथ एक ज्वाइंट वेंचर बनाने की घोषणा की है। यह ज्वाइंट वेंचर स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का उत्पादन करेगा। इस साझेदारी में Dixon Technologies की 51% हिस्सेदारी होगी, जबकि Vivo India की हिस्सेदारी 49% रहेगी।
Dixon की Xiaomi और Samsung के साथ मौजूदा पार्टनरशिप
Dixon Technologies पहले से ही भारत के दो बड़े स्मार्टफोन ब्रांड्स Xiaomi और Samsung के साथ मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर है। Vivo के साथ यह नई साझेदारी Dixon के बिजनेस को और मजबूत करेगी और भारत में Vivo की बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद करेगी।
- वर्तमान बाजार हिस्सेदारी: भारत के स्मार्टफोन बाजार में Vivo की 16-17% हिस्सेदारी है।
- बाजार की संभावनाएं: भारत में हर साल 15 करोड़ स्मार्टफोन बिकते हैं, जिसमें 9-10 करोड़ यूनिट्स की आउटसोर्सिंग की अपॉर्च्युनिटी है।
Dixon की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता
Dixon Technologies की ग्रोथ में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा योगदान है:
- स्मार्टफोन उत्पादन क्षमता: 5 करोड़ यूनिट्स सालाना।
- फीचर फोन उत्पादन क्षमता: 3 करोड़ यूनिट्स सालाना।
इसके अलावा Dixon आईटी हार्डवेयर और टेलीकॉम प्रोडक्ट्स के मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में भी मौके तलाश रही है। हाल ही में कंपनी ने Ismartu India का अधिग्रहण किया है, जिससे इसकी मोबाइल बिजनेस में 11.6% हिस्सेदारी हो गई है। Dixon का लक्ष्य अगले 3-4 सालों में 35-40% सालाना ग्रोथ हासिल करना है।
भारतीय बाजार में चीनी कंपनियों की मजबूत पकड़
Dixon और Vivo India की साझेदारी से यह सवाल भी उठता है कि क्या भारत-चीन के बीच रिश्तों में सुधार की झलक इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में देखने को मिल रही है।
- भारतीय मोबाइल बाजार में चीनी कंपनियों का दबदबा पहले से ही है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 70-75% है।
- भारत सरकार की मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी के अनुरूप चीनी कंपनियां अब भारत में उत्पादन पर फोकस कर रही हैं।
Dixon Technologies का शानदार प्रदर्शन
Dixon Technologies के शेयरों ने पिछले एक साल में निवेशकों को 200% से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
- 17 दिसंबर 2024: शेयर 1.07% की बढ़त के साथ ₹19,032 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था।
- कमजोर बाजार के बावजूद Dixon का प्रदर्शन शानदार रहा है।