गुरुग्राम, 25 जून (हि.स.)। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने मंगलवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हॉउस में प्रशासनिक अधिकारियों संग बैठक की। उन्होंने गुरुग्राम शहर से जुड़े विभिन्न विकास कार्यों, सफाई व्यवस्था सहित बरसात के समय होने वाले जलभराव के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की। केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान जीएमडीए के सीईओ ए. श्रीनिवास, नगर निगम गुरूग्राम के कमिश्नर नरहरि सिंह बांगड़ व डीसी निशांत कुमार यादव से गुरुग्राम में किए जा रहे विकास कार्यो की रिपोर्ट भी मांगी। इस दौरान बैठक में मण्डलायुक्त रमेश चंद्र बिधान भी मौजूद रहें।
राव इंद्रजीत सिंह ने समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुग्राम एक वैश्विक शहर है। ऐसे में शहरी क्षेत्र में स्थित लोगों को स्वच्छ वातावरण मुहैया कराना चाहिए। अधिकारियों के स्तर पर गंभीरता से प्रयास किए जाने चाहिए। कूड़े व जलभराव की समाधान सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने समयबद्धता के साथ शहर के व्यस्ततम इलाकों से कूड़ा उठा लिये जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही विस्तारित क्षेत्रों के सफाई व्यवस्था, सीवर व्यवस्था को ठीक करने हेतु कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र पूर्ण कराने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने जोन में भ्रमण कर सभी जीवीपी स्थलों को चिन्हित करें तथा उसे समाप्त करें।
उन्होंने सफाई व्यवस्था विशेषकर नालों की सफाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर हाल में सफाई व्यवस्था को और अधिक बेहतर करें। उन्होंने जीएमडीए के अधिकारियों को कहा कि ड्रेनेज सिस्टम को प्रभावित करने वाले स्थाई या अस्थाई अवरोध को हटाया जाए। ऐसे अवरोध जिनकी वजह से नालियां अवरूद्ध होती हैं। जल जमाव की समस्या पैदा होती है उनको तत्काल हटाया जाए। साथ ही नालों में कूड़ा डालने वालों से भी सख्ती से निपटा जाए।
केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान दमदमा झील में जीएमडीए द्वारा पाइप लाइन द्वारा सीवरेज का शोधित पानी डालने की योजना व गांव वजीराबाद में स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण प्रगति की रिपोर्ट भी मांगी। जिस पर संबंधित अधिकारियों ने बताया कि दमदमा झील में ट्रीटेड वाटर को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। केंद्रीय मंत्री ने डीसी निशांत कुमार यादव को निर्देश दिए कि वे ग्रामीणों संग बात करके इसका समाधान निकाले। वहीं स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स की प्रगति से जुड़ी जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि करीब 88 करोड़ की लागत से 11 एकड़ पर बनने वाले इस स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण का वर्क आर्डर जारी हो गया है। जल्दी ही धरातल पर काम शुरू हो जाएगा।