फतेहाबाद, 11 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा सरकार द्वारा सफाई कर्मियाें के मानदेय में की गई बढ़ाेतरी काे मामूली करार देते हुए ग्रामीण सफाई कर्मियों ने अपने आंदोलन को तेज कर दिया है। इसी कड़ी में गुरुवार काे जिलाभर के सैंकड़ों सफाई कर्मियों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला प्रधान बलबीर सिंह ने किया व संचालन सीटू नेता बेगराज ने किया।
सफाई कर्मियों को सम्बोधित करते हुए यूनियन के जिला प्रधान बलबीर सिंह, वरिष्ठ उपप्रधान सुनील कुमार, सचिव बेगराज व कोषाध्यक्ष हरपाल सिंह ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार सफाई कर्मियों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। 17 साल से कच्ची नौकरी की मार झेल रहे सफाई कर्मियों को इस विधान सभा चुनाव से पहले पक्के होने की उम्मीद थी, लेकिन भाजपा सरकार ने सफाई कर्मियों को पक्का करने की बजाय केवल 1000 रुपये की मामूली सी बढ़ोतरी करके जले पर नमक छिडक़ने का काम किया है।
सरकार ने सफाई कर्मचारी पोर्टल बनाने की घोषणा करते हुए अपनी मंशा साफ कर दी है कि यह सफाई कर्मचारी आगे भी पक्के नहीं होंगें और जीवनभर कच्ची नौकरी की मार झेलते रहेंगेे। यूनियन नेताओं ने कहा कि 29 नवम्बर को विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ शहरी कच्चे सफाई कर्मियों के बराबर वेतन देने, वेतन में सालाना 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने तथा रिटायर होने पर 2 लाख रुपये एक मुश्त सहायता देने की बनी सहमति को लागू ना करके हरियाणा सरकार ने वायदा खिलाफी की है। हरियाणा सरकार के इस रुख से बिल्कुल साफ हो चुका है कि भाजपा और उसके नेता घोर दलित विरोधी और सफाई कर्मचारी विरोधी है।
ऑनलाइन हाजरी थौंपकर सफाई कर्मियों को हमेशा के लिए गुलामी और बेगार की दलदल में धकेलने की साजिश रची जा रही है। यूनियन ने कहा कि अब हरियाणा के 11 हाजर ग्रामीण सफाई कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे और इस नाइंसाफी और शोषण के खिलाफ प्रदेश भर में आंदोलन का बिगुल बजाकर आंदोलन को तेज करेंगे। 12 से 17 जुलाई तक काली पट्टी और बैज लगाते हुए ब्लॉक स्तर पर सरकार की शवयात्रा/पुतलादहन करके विरोध सप्ताह मनाया जाएगा। आज के प्रदर्शन को अनिल कुमार बोस्ती, हरपाल सिंह, दर्शन सिंह, गुरदास, जगदीश, पवन कुमार आदि ने सम्बोधित किया।