कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा देने की खबरें इन दिनों सुर्खियों में हैं। कहा जा रहा है कि वह अगले एक-दो दिनों में इस फैसले का ऐलान कर सकते हैं। इसके साथ ही, ट्रूडो अपनी पार्टी, लिबरल पार्टी, के नेता का पद भी छोड़ सकते हैं। प्रतिष्ठित समाचार पत्र द ग्लोब एंड मेल ने सूत्रों के हवाले से इस बात की पुष्टि की है।
इस्तीफे की तारीख पर संशय
सूत्रों का कहना है कि इस्तीफे की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि यह घोषणा किसी राष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण बैठक से पहले हो सकती है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रूडो अपने पद से तुरंत हटेंगे या फिर पार्टी का नया नेता चुने जाने तक रुकेंगे।
वित्त मंत्री से अंतरिम नेता बनने पर चर्चा
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री ट्रूडो ने वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक के साथ इस संभावना पर चर्चा की है कि क्या वह अंतरिम प्रधानमंत्री और नेता की भूमिका निभाने के लिए तैयार होंगे। हालांकि, सूत्रों का मानना है कि लेब्लांक का इस भूमिका में आना व्यावहारिक नहीं होगा।
लिबरल पार्टी में ट्रूडो की भूमिका और वर्तमान संकट
जस्टिन ट्रूडो ने 2013 में लिबरल पार्टी के नेता का पद संभाला था, जब पार्टी गंभीर संकट से गुजर रही थी। उस समय, पार्टी पहली बार हाउस ऑफ कॉमंस में तीसरे स्थान पर खिसक गई थी। ट्रूडो के नेतृत्व में पार्टी ने 2015 के आम चुनावों में बड़ी जीत हासिल की थी।
हालांकि, वर्तमान में लिबरल पार्टी एक और कठिन दौर का सामना कर रही है। जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, अक्टूबर के अंत में होने वाले चुनावों में पार्टी को कंज़र्वेटिव्स के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ सकता है।
इस्तीफे के बाद संभावित स्थिति
अगर ट्रूडो इस्तीफा देते हैं, तो लिबरल पार्टी बिना किसी स्थायी नेता के रह जाएगी। ऐसे में तत्काल चुनाव की मांग जोर पकड़ सकती है। साथ ही, नई सरकार के सामने चुनौती होगी कि अगले चार वर्षों तक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से किस तरह निपटा जाए।
डोनाल्ड ट्रंप के साथ रिश्तों पर दबाव
नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जस्टिन ट्रूडो के संबंधों में काफी तनाव रहा है। ट्रंप प्रशासन ने कनाडा पर कई दबाव बनाए हैं, जिससे ट्रूडो सरकार को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
ट्रूडो का इस्तीफा न केवल कनाडा की राजनीति में हलचल मचाएगा बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसके प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। अब सबकी निगाहें उनके अगले कदम पर टिकी हैं।