Disadvantages Of Refined Oil: रिफाइंड तेल का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए क्यों है खतरनाक?

Refined Oil

आज की मॉडर्न लाइफस्टाइल और खानपान में तले-भुने खाद्य पदार्थों का चलन बढ़ता जा रहा है। इसी के साथ रिफाइंड ऑयल का उपयोग भी आम हो गया है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि रिफाइंड तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है? इसमें मौजूद ट्रांस फैट मधुमेह, मोटापा और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

रिफाइंड तेल: सेहत के लिए जहर

हालिया रिसर्च में यह बात सामने आई है कि रोजाना रिफाइंड तेल का सेवन कई गंभीर बीमारियों के जोखिम को बढ़ाता है।

  • गृह विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. विद्या गुप्ता के अनुसार, रिफाइंड तेल वनस्पति तेलों को रासायनिक प्रक्रियाओं से तैयार किया जाता है।
  • यह प्रक्रिया तेल को शुद्ध तो बनाती है, लेकिन इसके पोषक तत्व नष्ट कर देती है और इसे हानिकारक बना देती है।

स्वास्थ्य समस्याएं जो रिफाइंड तेल के कारण हो सकती हैं:

  1. मोटापा
  2. मधुमेह
  3. हृदय रोग
  4. एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों का सख्त होना)
  5. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
  6. प्रजनन क्षमता में कमी
  7. रोग प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट

डॉ. गुप्ता का सुझाव है कि रिफाइंड तेल का उपयोग सीमित मात्रा में करें या इसे पूरी तरह बंद कर दें।

सरसों का तेल: स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद विकल्प

भारतीय रसोई में सरसों का तेल सदियों से एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह अपने स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए जाना जाता है।

सरसों के तेल के फायदे:

  • एंटीबैक्टीरियल गुण: शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करता है।
  • त्वचा और बालों के लिए लाभकारी: इसे स्किन और हेयर केयर में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • रक्त शर्करा नियंत्रण: इसमें मौजूद अनसैचुरेटेड फैटी एसिड ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है।

सावधानी: सरसों के तेल का उपयोग भी सीमित मात्रा में करना चाहिए।

प्राकृतिक तेल: बेहतर स्वास्थ्य का आधार

रिफाइंड तेल की जगह प्राकृतिक तेलों का उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभदायक है।

प्राकृतिक तेलों के विकल्प:

  1. मूंगफली का तेल
  2. तिल का तेल
  3. सूरजमुखी का तेल
  4. नारियल का तेल

ये सभी तेल पोषक तत्वों से भरपूर हैं और स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।