वेस्टर्न टॉयलेट के लंबे समय तक इस्तेमाल के नुकसान

Mixcollage 09 Jan 2025 03 53 Pm

वेस्टर्न टॉयलेट का उपयोग अब आम हो चुका है, चाहे वह पब्लिक प्लेस हो या घर का बाथरूम। हालांकि, लंबे समय तक इस तरह के टॉयलेट का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। आइए जानें वेस्टर्न टॉयलेट के दीर्घकालिक उपयोग से होने वाले कुछ नुकसान:

1. कब्ज का कारण

वेस्टर्न टॉयलेट का उपयोग करने से कब्ज की समस्या उत्पन्न हो सकती है। योग में मलासन की पोजीशन आंतों को साफ करने में मदद करती है, जबकि वेस्टर्न टॉयलेट में बैठने से शरीर को सही पोजीशन नहीं मिलती, जिससे आंतों का साफ होना कठिन हो जाता है और कब्ज की समस्या धीरे-धीरे विकसित होती है।

2. यूरिन इंफेक्शन का खतरा

पब्लिक वेस्टर्न टॉयलेट का उपयोग करते समय यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। जब आपकी स्किन सीधे टॉयलेट सीट के संपर्क में आती है, तो वहां मौजूद जर्म्स से संक्रमण का खतरा होता है। इसके अलावा, टिशू पेपर का गलत तरीके से इस्तेमाल करने से भी संक्रमण हो सकता है, जैसे कि पेपर का वजाइना में चिपकना।

3. बवासीर की समस्या

लंबे समय तक वेस्टर्न टॉयलेट का उपयोग कब्ज का कारण बनता है, जो बवासीर के लिए जिम्मेदार हो सकता है। आंतों को साफ करने के लिए रेक्टम पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे सूजन होती है और बवासीर की समस्या उत्पन्न होती है।

4. एनल फिशर की समस्या

जब सूजे हुए रेक्टम पर जेट से पानी का दबाव पड़ता है, तो रेक्टम के टिश्यू फट सकते हैं, जिससे बवासीर के साथ-साथ एनल फिशर की समस्या भी हो सकती है।

इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, यह जरूरी है कि हम वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें और जहां तक संभव हो, भारतीय टॉयलेट के लाभों का भी उपयोग करें।