डिप्थीरिया: गले में रुकावट पैदा करने वाला रोग डिप्थीरिया क्या है?

डिप्थीरिया: डिप्थीरिया एक गंभीर संक्रमण है, जो व्यक्ति की मौत का कारण भी बन सकता है। उड़ीसा में ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं। इस लेख में आप डिप्थीरिया के लक्षण, उपचार और बचाव के उपायों को आसान भाषा में समझ सकते हैं।

 

ओडिशा में डिप्थीरिया के मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। पिछले कुछ हफ्तों में राज्य में इस संक्रामक बीमारी से 5 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमण के 18 मामले सामने आए हैं। 

हालांकि राज्य स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण को रोकने के लिए डिप्थीरिया के खिलाफ टीकाकरण अभियान चलाने के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन आपको रोकथाम के लिए डिप्थीरिया के बारे में महत्वपूर्ण बातें समझने की जरूरत है। खासकर अगर आप ओडिशा में रहते हैं या यहां घूमने की योजना बना रहे हैं।

डिप्थीरिया क्या है? 

डिप्थीरिया एक गंभीर बीमारी है जो कोरिनेबैक्टीरियम डिप्थीरिया नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह बैक्टीरिया नाक, गले और श्वसन तंत्र पर हमला करता है।  क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार,  यह बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है और एक विष छोड़ता है जिससे गले में ग्रे टिशू बनने लगते हैं। ऐसा होने पर निगलने और सांस लेने में बहुत कठिनाई होती है।

डिप्थीरिया के लक्षण

बुखार

खाँसी

गला खराब होना

सांस लेने में दिक्क्त

थकान

लगातार बहती नाक

गले में सूजन 

डिप्थीरिया से मृत्यु का जोखिम क्या है?

डिप्थीरिया के लक्षण शुरुआत में हल्के होते हैं लेकिन इलाज से पूरी तरह ठीक हो सकते हैं। लेकिन अगर इन लक्षणों को पहचानने और इलाज में देरी हो जाए तो यह संक्रमण गंभीर हो सकता है। पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, 5-10 फीसदी मामलों में यह बीमारी जानलेवा होती है। इसका सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होता है।

यह रोग कैसे फैलता है?

डिप्थीरिया संक्रमण छूने से भी फैलता है। इसलिए, संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आए कपड़ों या बर्तनों जैसी दूषित वस्तुओं को छूने से बचना चाहिए। 

डिप्थीरिया की रोकथाम के उपाय

डिप्थीरिया से बचाव का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण है। इसके अलावा नियमित रूप से हाथ धोना और दूषित वस्तुओं से बचना भी महत्वपूर्ण है। बीमार व्यक्ति से दूरी बनाए रखें और खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को ढकें।

डॉक्टर से कब संपर्क करें

आमतौर पर डिप्थीरिया के लक्षण संक्रमण के 2-3 दिन के भीतर दिखने लगते हैं। ऐसे में अगर आपको बुखार, गले में खराश या सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डिप्थीरिया का समय रहते पता लगाना और उसका इलाज करना बहुत जरूरी है, क्योंकि देरी के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।