दिल्ली-एनसीआर में जनवरी से नहीं चलेंगे डीजल वाले ऑटो रिक्शा, बढ़ सकती हैं लोगों की मुश्किलें

Gurgaon Diesel Autorickshaw Ban

दिल्ली-एनसीआर में यात्रा के लिए ऑटो रिक्शा एक प्रमुख साधन है। मेट्रो और बसों के अलावा, बड़ी संख्या में लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए ऑटो रिक्शा का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन हरियाणा के गुरुग्राम शहर में अगले साल जनवरी से डीजल वाले ऑटो रिक्शा पूरी तरह से बंद कर दिए जाएंगे। इस फैसले से यात्रियों को असुविधा हो सकती है, क्योंकि यह शहर पहले से ही अपने ट्रैफिक और यात्रा समस्याओं के लिए जाना जाता है।

गुरुग्राम में डीजल ऑटो रिक्शा पर क्यों लगा प्रतिबंध?

गुरुग्राम जिला प्रशासन ने घोषणा की है कि 31 दिसंबर 2024 तक शहर की सड़कों से सभी डीजल से चलने वाले ऑटो रिक्शा हटाए जाएंगे।

  • नए रजिस्ट्रेशन बंद: 2023 से गुरुग्राम में डीजल ऑटो रिक्शा का कोई भी नया पंजीकरण नहीं किया गया है।
  • 31 दिसंबर की समय सीमा: मौजूदा डीजल ऑटो रिक्शा को 31 दिसंबर तक जब्त करने के आदेश दिए गए हैं।
  • सख्त निगरानी: पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि इस समय सीमा के बाद गुरुग्राम की सड़कों पर कोई भी डीजल ऑटो दिखाई नहीं देना चाहिए।

सीएक्यूएम के निर्देशों का पालन

गुरुग्राम जिला प्रशासन ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के निर्देशों का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है।

  • वायु गुणवत्ता सुधार का प्रयास: 30 नवंबर 2022 को सीएक्यूएम ने एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए एक निर्देश जारी किया था।
  • इलेक्ट्रिक और सीएनजी का सुझाव: इसमें जनवरी 2023 से केवल इलेक्ट्रिक और सीएनजी ऑटो रिक्शा के पंजीकरण की अनुमति देने की सिफारिश की गई थी।
  • चरणबद्ध योजना: एनसीआर के विभिन्न जिलों के लिए डीजल ऑटो रिक्शा को हटाने की अलग-अलग समय सीमा तय की गई है।

गुरुग्राम सहित अन्य जिलों के लिए तय समयसीमा

डिप्टी कमिश्नर अजय कुमार ने कहा कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जैसे जिलों के लिए डीजल ऑटो रिक्शा को हटाने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2024 है।

  • अन्य जिलों को राहत: आसपास के अन्य जिलों के पास 31 दिसंबर 2025 तक का समय है।
  • प्रदूषण कम करने की कोशिश: यह कदम गुरुग्राम की वायु गुणवत्ता को सुधारने के लिए लिया गया है, जो कई बार खतरनाक स्तर तक पहुंच चुकी है।

सख्त निर्देश और निगरानी

जिला प्रशासन ने पुलिस और अन्य संबंधित विभागों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि डीजल ऑटो रिक्शा का पूरी तरह से संचालन बंद हो जाए।

  • शेयरिंग ऑटो पर निगरानी: प्रशासन ने शेयरिंग वाले ऑटो रिक्शा की यात्री क्षमता पर निगरानी रखने को कहा है।
  • अवैध वाहनों पर कार्रवाई: बिना पंजीकरण वाले ऑटो और 18 साल से कम उम्र के चालकों द्वारा चलाए जा रहे तिपहिया वाहनों को तुरंत जब्त करने का आदेश दिया गया है।

यात्रियों पर असर

इस निर्णय का सीधा असर गुरुग्राम के आम यात्रियों पर पड़ेगा, जो अपने दैनिक आवागमन के लिए ऑटो रिक्शा पर निर्भर हैं।

  • यात्रा की दिक्कतें: ऑटो रिक्शा की संख्या घटने से यात्रियों को सफर में कठिनाई हो सकती है।
  • ई-रिक्शा और सीएनजी विकल्प: प्रशासन का मानना है कि इलेक्ट्रिक और सीएनजी ऑटो रिक्शा से यह समस्या कम होगी।
  • भाड़े में बढ़ोतरी की संभावना: डीजल ऑटो के बंद होने से यात्रा भाड़े में वृद्धि हो सकती है।