दिल्ली में घरों में नौकरानी का काम करने वाली एक महिला को 2021 में कोरोना लॉकडाउन के कारण आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। वह अपने दो बच्चों की परवरिश के लिए पर्याप्त पैसे नहीं कमा पा रही थी। तब उसके पड़ोसी ने कहा कि वह कुछ समय के लिए उसके बेटे को अपने पास रख लेगा। लेकिन अब पड़ोसी महिला के बेटे को वापस नहीं कर रहा है।
प्रतीकात्मक तस्वीर.
राजधानी दिल्ली के शालीमार बाग इलाके से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां कोरोना काल में आर्थिक तंगी से जूझ रही एक महिला ने साल 2021 में कुछ समय के लिए अपने बेटे को पड़ोसी को सौंप दिया था। आरोप है कि अब वह पड़ोसी महिला को उसका बेटा नहीं लौटा रहा है। उसने महिला को पहचानने से भी इनकार कर दिया है। पीड़िता ने अब पुलिस से मदद मांगी है।
मामला हैदरपुर इलाके का है। 25 साल की पूजा देवी का पति कुछ साल पहले उसे छोड़कर चला गया था। पूजा के दो बच्चे हैं। एक बेटा (3) और एक बेटी (2)। बच्चों की परवरिश के लिए पूजा शालीमार इलाके में लोगों के घरों में जाकर झाड़ू-पोछा करने लगी। इससे उसे अच्छी-खासी आमदनी हो रही थी। परिवार खुश था। लेकिन साल 2020 में कोरोना महामारी के चलते पूजा को काम मिलना बंद हो गया।
पूजा ने की दूसरी शादी
एक साल तक तो उसने किसी तरह बच्चों को पाला। लेकिन साल 2021 में पूजा ने अपने पड़ोसी सोनू से कहा कि वह दो बच्चों की परवरिश करने में असमर्थ है। तब सोनू ने पूजा से कहा कि वह कुछ समय के लिए अपना बेटा उसे दे दे। मैं तुम्हारे बेटे की परवरिश करूंगा। जब तुम्हारी आमदनी अच्छी हो जाए तो अपने बेटे को वापस ले लेना। पूजा भी राजी हो गई। उसने अपना बेटा सोनू को दे दिया। इस बीच पूजा ने अशोक सिंह नाम के शख्स से शादी कर ली।
लेकिन वह समय-समय पर अपने बेटे से मिलने आती रही। कुछ समय पहले सोनू बहाने बनाने लगा कि उसका बेटा अभी घर पर नहीं है। जब भी पूजा आती, सोनू कोई न कोई बहाना बनाकर उसे वापस भेज देता। इससे पूजा को सोनू पर शक हुआ। फिर उसने पुलिस में जाकर मामला दर्ज करवाया।
पुलिस छापेमारी कर रही है
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सबसे पहले सोनू से पूछताछ की जाएगी। इसके लिए तकनीकी साक्ष्य भी जुटाए जाएंगे, जिसके आधार पर आगे की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है। पुलिस जल्द से जल्द बच्चे को बरामद करने के लिए छापेमारी कर रही है।