डायबिटीज आज के समय की सबसे सामान्य लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन गई है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है, या इंसुलिन का सही से उपयोग नहीं कर पाता। इसका परिणाम है ब्लड शुगर लेवल का असामान्य होना, जो समय के साथ शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित कर सकता है। आंखों की समस्या, हार्ट डिजीज, और किडनी फेलियर जैसी गंभीर बीमारियां डायबिटीज के कारण हो सकती हैं। इसलिए इसे नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है।
डायबिटीज का प्रभाव और लक्षण
डायबिटीज का सीधा असर शरीर की सामान्य कार्यक्षमता पर पड़ता है।
- आंखों की समस्याएं: लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर का स्तर रेटिनोपैथी जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
- हार्ट की बीमारियां: डायबिटीज से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।
- किडनी फेलियर: अनियंत्रित शुगर लेवल किडनी को धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त कर सकता है।
इसके अलावा, डायबिटीज के मरीजों में घाव जल्दी ठीक न होना, थकान, बार-बार पेशाब आना, और प्यास अधिक लगना जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं।
घर पर ब्लड शुगर जांचने का तरीका
डायबिटीज के मरीज घर पर ही ब्लड शुगर जांच सकते हैं। आजकल बाजार में ऐसी मशीनें उपलब्ध हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को आसानी से माप सकती हैं। नियमित जांच से आप अपनी स्थिति पर नियंत्रण रख सकते हैं।
ब्लड शुगर जांचने के स्टेप्स:
- हाथ धोएं और सुखाएं: सबसे पहले अपने हाथ अच्छे से धोकर सुखा लें।
- टेस्ट स्ट्रिप डालें: मीटर में टेस्ट स्ट्रिप को सही तरीके से लगाएं।
- सुई चुभाएं: टेस्ट किट के साथ मिलने वाली सुई को उंगली पर चुभाएं और खून की एक बूंद स्ट्रिप पर डालें।
- रिजल्ट का इंतजार करें: कुछ सेकंड में स्क्रीन पर आपका ब्लड शुगर लेवल दिखाई देगा।
- सावधानी रखें: एक्सपायर्ड स्ट्रिप का इस्तेमाल न करें।
वैकल्पिक तरीका:
यदि आप घर पर जांच नहीं कर सकते, तो नजदीकी लैब में जाकर ब्लड शुगर टेस्ट करवा सकते हैं।
ब्लड शुगर लेवल की सामान्य सीमा
ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। सामान्य लेवल इस प्रकार हो सकते हैं:
- खाने से पहले:
- 80 से 130 मिलीग्राम/डेसीलीटर (4.4 से 7.2 मिमीोल/लीटर)।
- खाने के 2 घंटे बाद:
- 180 मिलीग्राम/डेसीलीटर से कम।
- फास्टिंग शुगर:
- 8 घंटे बिना खाए हुए ब्लड शुगर की जांच करना आवश्यक है।
नियमित अंतराल पर जांच से आप ग्लूकोज लेवल को ट्रैक कर सकते हैं और समय रहते सुधार कर सकते हैं।
दिनभर में ब्लड शुगर लेवल क्यों बदलता है?
ब्लड शुगर लेवल दिनभर में कई बार बदल सकता है।
- नाश्ते के बाद: शुगर लेवल बढ़ सकता है।
- एक्टिविटी के बाद: शुगर लेवल कम हो सकता है।
- रात में: सोने से पहले का लेवल स्थिर रह सकता है।
डॉक्टर से सलाह जरूरी:
हालांकि घर पर शुगर लेवल जांचना सहायक है, लेकिन यह डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं हो सकता।
- नियमित रूप से डॉक्टर से संपर्क करें।
- समय-समय पर फुल बॉडी चेकअप कराएं।
डायबिटीज से बचने के लिए टिप्स
- संतुलित आहार लें: फाइबर युक्त भोजन और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स खाएं।
- शारीरिक सक्रियता: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
- तनाव से बचें: तनाव ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है।
- नींद पूरी करें: खराब नींद डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकती है।
- नियमित जांच करें: समय पर ब्लड शुगर और अन्य स्वास्थ्य संबंधी परीक्षण कराएं।