डायबिटीज, जिसे साइलेंट किलर कहा जाता है, धीरे-धीरे शरीर के लगभग सभी महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करता है। यह बीमारी खून में शुगर की अतिरिक्त मात्रा के कारण होती है। डायबिटीज के कारण मुख्य रूप से हार्ट, किडनी, लिवर, ब्रेन, और आंखें प्रभावित होती हैं। इसके साथ यह शरीर के हर फंक्शन को भी बाधित करता है।
इस स्थिति में शरीर या तो इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन नहीं करता, या जो इंसुलिन बनता है, उसका उपयोग नहीं कर पाता। परिणामस्वरूप, खून में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। आज डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है।
डायबिटीज और उसकी दो मुख्य श्रेणियां
- टाइप 1 डायबिटीज:
यह बीमारी ज्यादातर बच्चों, किशोरों और युवाओं को प्रभावित करती है। इसमें शरीर इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कर देता है। - टाइप 2 डायबिटीज:
यह बीमारी 40 साल की उम्र के बाद अधिक देखी जाती है। यह किडनी और दिल की बीमारियों का बड़ा रिस्क फैक्टर है।
सुबह के लक्षण जो डायबिटीज की चेतावनी देते हैं
अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो कुछ लक्षण सुबह के समय स्पष्ट रूप से नजर आ सकते हैं। इन्हें पहचानकर समय पर जांच करवाना बेहद जरूरी है।
1. मुंह का सूखना
सुबह उठने पर अगर आपको अक्सर मुंह सूखने या अत्यधिक प्यास लगने का अनुभव होता है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
- बढ़ा हुआ ब्लड शुगर आपकी बॉडी को डिहाइड्रेट करता है।
- इस स्थिति में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
2. धुंधला दिखाई देना
अगर सुबह उठते ही आपको चीजें धुंधली नजर आती हैं, तो इसे नजर कमजोर होने का संकेत मानकर नजरअंदाज न करें।
- डायबिटीज के कारण खून में शुगर लेवल बढ़ने से आंखों के लेंस का आकार बदल सकता है।
- यह अस्थायी धुंधलेपन का कारण बनता है।
- लंबे समय तक इसका इलाज न कराने से दृष्टि को स्थायी नुकसान हो सकता है।
3. अत्यधिक थकावट
सुबह के समय बिना किसी भारी काम के थकावट महसूस होना सामान्य नहीं है।
- डायबिटीज के कारण शरीर में शुगर का सही उपयोग नहीं हो पाता, जिससे ऊर्जा की कमी होती है।
- इंसुलिन के कम उत्पादन के कारण शरीर सुस्त और थका हुआ महसूस करता है।
- हालांकि यह थकावट तनाव या ज्यादा काम करने से भी हो सकती है, लेकिन इसे बार-बार होने पर गंभीरता से लें।
4. हाथों में कंपकंपी
ब्लड शुगर का स्तर 4 मिलीमोल प्रति लीटर (mmol/L) से कम होने पर निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:
- हाथों में कंपकंपी
- पसीना आना
- अचानक भूख लगना
गंभीर मामलों में यह स्थिति भ्रम और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई का कारण बन सकती है।
डायबिटीज से बचाव के लिए क्या करें?
डायबिटीज को नियंत्रण में रखने और इससे बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बेहद जरूरी है:
- नियमित शारीरिक गतिविधि करें – योग, जॉगिंग, और व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
- संतुलित आहार लें – फाइबर युक्त भोजन, हरी सब्जियां, और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- ब्लड शुगर की नियमित जांच करें – खासकर अगर आपके परिवार में डायबिटीज का इतिहास है।
- तनाव को कम करें – ध्यान और प्राणायाम का सहारा लें।
- नींद का ख्याल रखें – रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद शरीर को स्वस्थ रखती है।