कटिहार, 14 नवम्बर (हि.स.)। भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान” का उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में सतत विकास को बढ़ावा देना है। यह अभियान देश आजादी के महान नायक आदिवासी नेता और महान व्यक्ति भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में नामित किया गया है, जिनका दृष्टिकोण जनजातीय समुदायों के सशक्तिकरण और उनके सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास की दिशा में था।
*कटिहार जिले में अभियान का आयोजन*
कटिहार जिले के 13 प्रखंडों के चिन्हित 82 पंचायतों में 15 नवंबर से 26 नवंबर तक धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष के बारे में जागरूकता पैदा करने, सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने और योजना से वंचित पात्र लाभुकों को कल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करने हेतु शिविर के माध्यम से आईईसी अभियान का आयोजन किया जाएगा।
*अभियान के मुख्य उद्देश्य*
जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण के लिए कृत संकल्पित भारत सरकार द्वारा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाली जनजातियों को सड़क, जनजातीय संस्कृति का संरक्षण, आजीविका में सुधार, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा, स्वच्छ पेय जल, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, आवासीय विद्यालय एवं छात्रवृत्ति, कौशल विकास हेतु व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, आर्थिक सशक्तिकरण, दूरसंचार, विजली और आवास जैसी बुनियादी सुविधाएँ पहुँचाने के लक्ष्य के साथ माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 2 अक्टूबर 2024 को इस योजना शुरूआत की गई है।
– 17 मंत्रालय द्वारा देख-रेख किये जाने वाले 25 प्रमुख कार्यक्रमों के माध्यम से जनजातीय समुदाय के विकास हेतु स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका के अंतर की पूर्ति किये जाने एवं योजनाओं के कार्यन्वयन का लक्ष्य है।
– वांछित योजनाओं के लाभ से वंचित अनु0 जनजाति के परिवारों को लाभ दिलाने व अनु0 जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006 के अन्तर्गत लाभुकों को पट्टा दिलाने एवं अन्य लाभ यथा आवास, बिजली, संचार, होम स्टे, आधार, आयुष्मान कार्ड, मनरेगा कार्ड, किसान सम्मान निधि योजना से लाभान्वित करने का शत-प्रतिशत लक्ष्य रखा गया है।