धमतरी : साहस, शौर्य की प्रतिमूर्ति थी रानी दुर्गावती

धमतरी, 24 जून (हि.स.)। भारत की प्रसिद्ध वीरांगना रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस 24 जून को पूरी गरिमा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अलग-अलग समाज और समाजसेवी संस्थाओं ने गाेकुलपुर वार्ड के चौक स्थित रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर के उनके द्वारा देश को दिए गए योगदान को याद किया।

रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस पर पूर्व विधायक रंजना साहू सहित भाजपाइयों ने उनकी प्रतिमा पहुंच कर माल्यार्पण किया। समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर उपस्थित समाजजनों को संबोधित करते हुए रंजना साहू ने कहा लगभग 500 वर्ष पूर्व भारत में रानी दुर्गावती जी के रूप में ऐसी वीरांगना ने जन्म लिया, जिन्होंने न केवल भारत का मान बढ़ाया, बल्कि गोंडवाना राज्य में चार चांद लगाकर इतिहास में अमर हो गईं। 16 साल के शासनकाल में रानी दुर्गावती जी ने युद्ध के मैदान में दुश्मनों के दांत खट्टे किए ही, सुशासन की भी उत्कृष्ट मिसाल पेश की।

रानी दुर्गावती अपने नाम के स्वरूप तेज, साहस, शौर्य और भारत माँ को समर्पित भारत की ऐसी वीरांगना थी जिन्होंने एक महिला होकर भी अकबर की सेना को तीन तीन बार हराया। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण तक न्योछावर किए और अपने शौर्य और साहस से वीरता की एक नई इबारत लिखी। मां भारती के मान-स्वाभिमान की रक्षा हेतु अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाली महान वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान का देशवासी सदैव ऋणी रहेंगे।

वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाश गोलछा ने कहा कि शौर्य, साहस, वीरता, पराक्रम की प्रतिमूर्ति वीरांगना रानी दुर्गावती, जो विदेशी आतताइयों के लिए साक्षात रणचंडी थी। युद्धभूमि में जिसने अकबर की सेना को अनेकों बार हराया। उनके गौरवगाथा युगों युगों तक भावी पीढ़ियों को मातृभूमि की सेवा करने के लिए प्रेरित करती रहेगी। इस अवसर पर भाजपा जिला कोषाध्यक्ष चेतन हिंदूजा, आदिवासी समाज अध्यक्ष जे एल ध्रुव, अकबर राम कोर्राम, डीपेंद्र साहू, भाजयुमो जिला महामंत्री जय हिंदूजा, कोमल सार्वा, अमित साहू, शिव नेताम, देवेश अग्रवाल, दौलत वाधवानी, पंकज साहू, अनिता ठाकुर सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।

अपने पराक्रम के लिए जानी जाती है वे हैं रानी दुर्गावती : ओंकार साहू

रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर धमतरी विधायक ओंकार साहू सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित रानी दुर्गावती के शहादत कार्यक्रम में रानी दुर्गावती चौक गोकुलपुर धमतरी पहुंचे। रानी दुर्गावती की पूजा- अर्चना कर माल्यार्पण किया। सर्व आदिवासी समाजजनों से मुलाकात की। साहू ने अपने उद्बोधन में विधायक ओंकार साहू ने कहा कि हमारे देश की रानी दुर्गावती, वो वीरांगना है जिन्होंने अपने राज्य की रक्षा के लिए मुगलों से युद्ध किया। अंत में वीरगति को प्राप्त हो गई। वे बहुत ही बहादुर और साहसी महिला थीं, जिन्होंने अपने पति की मृत्यु के बाद न केवल उनका राज्य संभाला बल्कि राज्य की रक्षा के लिए कई लड़ाईयां भी लड़ी। हमारे देश के इतिहास की बात की जाए तो बहादुरी और वीरता में कई राजाओं के नाम सामने आते है, लेकिन इतिहास में एक व्यक्तित्व ऐसा भी है जोकि अपने पराक्रम के लिए जानी जाती है वे हैं रानी दुर्गावती।

रानी दुर्गावती अपने पति की मृत्यु के बाद गोंडवाना राज्य की उत्तराधिकारी बनीं। उन्होंने लगभग 15 साल तक गोंडवाना में शासन किया। गढ़मंडला की वीर तेजस्वी रानी दुर्गावती का नाम इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है, क्योंकि पति की मृत्यु के पश्चात भी रानी दुर्गावती ने अपने राज्य को बहुत ही अच्छे से संभाला था। इतना ही नहीं रानी दुर्गावती ने मुगल शासक अकबर के आगे कभी भी घुटने नहीं टेके थे। इस वीर महिला योद्धा ने तीन बार मुगल सेना को हराया था और अपने अंतिम समय में मुगलों के सामने घुटने टेकने की जगह इन्होंने अपनी कटार से अपनी हत्या कर ली थी। उनके इस वीर बलिदान के कारण ही लोग उनका इतना सम्मान करते हैं। इस कार्यक्रम में महापौर विजय देवांगन, पूर्व विधायक रंजना साहू, जीवराखन लाल मराई सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष, सर्व महिला समाज जिलाध्यक्ष, तहसील अध्यक्ष, एम आईसी सदस्य राजेश ठाकुर, पार्षद राजेश पांडे, पार्षद कमलेश सोनकर एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।