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ग्यारह सालों में अपडेट नहीं हो पाया धमतरी का जिला ग्रंथालय

धमतरी, 8 अप्रैल (हि.स.)।प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवक-युवतियों के लिए शासन की ओर से 11 साल पूर्व जिला ग्रंथालय बनाया गया है, जो अब तक अपडेट नहीं हुआ है। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने पहुंचने वाले युवक-युवतियों के बैठने के लिए ठीक से कुर्सी नहीं है। पर्याप्त पुस्तकें भी नहीं है, इससे आक्रोशित युवक-युवतियों की भीड़ शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर शीघ्र सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है।

पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के पास संचालित जिला ग्रंथालय में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवक गौरव सोनकर, देवेश जोशी, निर्मल कुमार, विकास, पंकज कुमार, ललित कुमार, अविनाश देवांगन, त्रिलोक देवांगन, गायत्री मेश्राम, किरण राजपूत, खुमेश्वरी सिन्हा आदि आठ अपै्रल को कलेक्ट्रेट पहुंचे।

कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाकर शिकायत करते हुए बताया है कि वे सभी जिला ग्रंथालय के नियमित विद्यार्थी है, जहां पुस्तक पढ़कर वे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। इन युवक-युवतियों के लिए जिला ग्रंथालय में पर्याप्त सुविधा नहीं है। कई अव्यवस्था है। जिला प्रशासन ने लाखों रुपये खर्च कर जिला ग्रंथालय बनाया है, लेकिन निर्माण के सालों बाद भी यहां पर्याप्त बुनियादी सुविधा उपलब्ध नहीं है। यहां टूटी-फूटी कुर्सियां है, जिसमें वे बैठने मजबूर है। अब तक इसे सुविधाजनक ग्रंथालय नहीं बनाया गया है। यहां पुस्तकों की कमी बनी हुई है। कुछ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो कुछ जून महीने में होने वाली सीजी पीएससी मेंस परीक्षा की तैयारी में जुटे है। ग्रंथालय में आवश्यक पुस्तकों की कमी बनी हुई है। बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से प्रतिभागियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

यहां नियमित रूप से साफ-सफाई भी नहीं होती है, इससे ग्रंथालय में गंदगी का आलम है।जिला ग्रंथालय में व्यापमं, आईआईटी, एनईईटी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवा पढ़ने के लिए आते हैं। वर्तमान में संचालित यूनिवर्सिटी परीक्षा की तैयारी में लगे हुए है। यहां प्लास्टिक की कुर्सी है, जिसमें घंटों बैठकर पढ़ाई करने से कई युवकों में कमर दर्द की शिकायत है। ऐसे में जिला प्रशासन से यहां आरामदायक कुर्सियां उपलब्ध कराने की मांग की है। वहीं पानी, बिजली की भी उचित व्यवस्था करने की मांग की है। खिड़कियों को बंद कर दिया गया है, जिसे खोलने की मांग की है। भीषण गर्मी में उमस के चलते ताजा हवा नहीं मिल पाता और घूटन होती है। यहां कूलर की व्यवस्था भी नहीं है, इससे गर्मी और उमस से बेचैन रहते हैं। यहां हर रोज 200 से जयादा युवक-युवतियां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने पहुंचते हैं। ऐसे में यहां पर्याप्त बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने की मांग युवक-युवतियों ने की है। समस्या सुनने के बाद कलेक्ट्रेट में जवाबदार अधिकारी ने उचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।