डीजीपी ने की अधिकारियों के साथ बैठक, दिये कई दिशा-निर्देश

रांची, 10 जून (हि. स.)। डीजीपी अजय कुमार सिंह ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में आईजी, डीआईजी , एसएसपी और एसपी के साथ बैठक की। डीजीपी ने राज्य की वर्तमान विधि व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने, अपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने, नक्सल के खिलाफ तेजी से अभियान चलाने, पोक्सो एक्ट के मामलों में त्वरित कार्रवाई करने सहित कई दिशा-निर्देश दिये।

डीजीपी ने राज्य में शांतिपूर्ण लोकसभा चुनाव सम्पन्न कराने पर सभी पुलिस पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। बैठक में डीजीपी ने विधि-व्यवस्था, वारंट का कार्यान्वयन, अन्वेषणों की अद्यतन स्थिति, अपराध नियंत्रण, पोक्सो अधिनियम से संबंधित मामलों का अनुश्रवण, सर्टिफिकेट केस की अद्यतन स्थिति, अवैध खनन, अवैध मादक पदार्थ शराब, पुलिस अवसंरचना संबंधी मुद्दे, योजनाओं के क्रियान्वयन में विधि-व्यवस्था से संबंधित मामले, वन एवं भू-राजस्व से संबंधित मामले, जो पुलिस गतिविधि को प्रभावित करते हैं, जेपीएससी, जेएसएससी परीक्षाओं के आयोजन में विधि-व्यवस्था तथा अन्य अपराधों एवं उसके निष्पादन पर विमर्श किया गया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।

डीजीपी ने राज्य में माओवादियों के शरण स्थली को चिन्हित कर संयुक्त अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में नक्सलग्रस्त क्षेत्रों में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि बचे हुये माओवादियों के विरूद्ध ठोस रणनीति बनाकर कारगर अभियान चलाने कहा। साथ ही उक्त क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर सटीक आसूचना संकलित करते हुए नक्सलियों के विरूद्ध कारगर अभियान चलाने पर जोर दिया। डीजीपी ने विधि-व्यवस्था, वारंट का कार्यन्वयन, अन्वेषणों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। डीजीपी ने सभी आईजी , डीआईजी, एसएसपी और एसपी को अपराध नियंत्रण के लिए संगठित आपराधिक गिरोहों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने, आपराधिक गिरोहों के फरार अपराधकर्मियों को हर हाल में गिरफ्तार कर अपराध पर लगाम लगाने, सहित अधिक अवधि के लंबित काण्डों का त्वरित गति से निष्पादन करने पर जोर दिया। इसके अलावे प्रतिवेदित एवं निष्पादित काण्डों, वारंट कुर्की के निष्पादन की समीक्षा करते हुए अद्यतन स्थिति के संबंध में जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने सक्रिय आपराधिक गिरोहों पर लगाम लगाने के लिए राज्य के सभी जिलों में अपराधिक गिरोहों और उनके सदस्यों की सूची तैयार कर फरार अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने एवं जेल में बंद अपराधियों पर निगरानी रखने तथा फरार अपराधियों के विरूद्ध नियमानुसार पुरस्कार की घोषणा करने का निर्देश दिया।

डीजीपी ने जमानत पर छूटे अपराधियों के वर्तमान गतिविधि पर लगातार निगरानी रखते हुये सीसीए के प्रावधानों के तहत कार्रवाई, संगठित आपराधिक गिरोह के फरार सदस्यों को हर हाल में गिरफ्तारी सुनिश्चित करने, अन्तर्राज्यीय आपराधिक गिरोहों के सदस्यों पर नकेल कसने के लिये डीआईजी को विशेष रूप से निर्देशित किया गया। उन्होनें सक्रिय अपराधियों के विरुद्ध सीसीए के तहत किस जिले से कितने प्रस्ताव भेजे गये, कितने अप्रूव हुए एवं कितने पेंडिंग हैं, की जानकारी ली। वैसे अपराधी जो बार-बार अपराध करते हैं उसे चिन्हित करते हुये विधिसम्मत कठोर कार्रवाई करने पर जोर दिया गया। आरोपित अपराध कर्मियों का दागी पंजी में नाम दर्ज कर उनपर लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया।