डीजीसीए ने अकासा एयर के दो वरिष्ठ अधिकारियों को छह महीने के लिए निलंबित किया

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नागर विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) ने शुक्रवार को अकासा एयर के संचालन निदेशक और प्रशिक्षण निदेशक को छह महीने के लिए निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई पायलटों के प्रशिक्षण में गंभीर चूक पाए जाने के बाद की गई। डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा कि राकेश झुनझुनवाला परिवार द्वारा समर्थित इस एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारी नागर विमानन से जुड़े सुरक्षा प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करने में असफल रहे हैं।

कारण बताओ नोटिस और असंतोषजनक जवाब

डीजीसीए ने पहले 15 और 30 अक्टूबर को अकासा एयर के संचालन और प्रशिक्षण निदेशकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। दोनों अधिकारियों से मिले जवाबों को असंतोषजनक पाते हुए नियामक ने उन्हें छह महीने के लिए निलंबित करने का आदेश दिया। इस निलंबन के साथ, डीजीसीए ने एयरलाइन को इन दोनों पदों पर योग्य और उपयुक्त उम्मीदवार नियुक्त करने की सलाह दी है।

प्रशिक्षण में तकनीकी गड़बड़ी की पुष्टि

डीजीसीए ने 7 अक्टूबर 2024 को एसएनवी एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (अकासा एयर) के मुंबई स्थित संचालन केंद्र का ऑडिट किया। ऑडिट में पाया गया कि आरएनपी (Required Navigation Performance) प्रशिक्षण ऐसे सिम्युलेटर पर आयोजित किया जा रहा था, जो इस प्रशिक्षण के लिए उपयुक्त नहीं था। यह स्पष्ट रूप से विमानन सुरक्षा मानकों का उल्लंघन था।

अकासा एयर की प्रतिक्रिया

अकासा एयर ने इस कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह डीजीसीए के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगी और उसके द्वारा जारी सभी नियमों का पालन करेगी। एयरलाइन ने अपने बयान में कहा, “हम सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं और उच्चतम सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

सुरक्षा में चूक का महत्व

डीजीसीए के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि विमानन क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पायलटों के प्रशिक्षण के दौरान तकनीकी गड़बड़ी और अनुचित उपकरणों का उपयोग संभावित जोखिम पैदा कर सकता है, जो यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हो सकता है।

आगे की राह

डीजीसीए द्वारा जारी इस निलंबन आदेश के बाद अकासा एयर को अपने संचालन और प्रशिक्षण विभागों में सुधार करना होगा। इसके साथ ही, एयरलाइन को यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो।

यह घटना विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डीजीसीए की इस सख्त कार्रवाई को एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।