झारखंड हाई कोर्ट में देवघर एम्स में सुविधा मामले में हाजिर हुए डीजी फायर

रांची, 13 मार्च (हि.स.)। झारखंड हाई कोर्ट में देवघर एम्स में बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर सांसद निशिकांत दुबे की जनहित याचिका की सुनवाई बुधवार को हुई। सुनवाई के दौरान डीजी फायर अनिल पालटा कोर्ट में वर्चुअल रूप से हाजिर हुए। उनकी ओर से कोर्ट को बताया गया कि देवघर एम्स में फायर फाइटिंग के लिए फिनलैंड से दो हाइड्रोलिक मशीन आयेगी, जो 24 तल्ला से ऊंचे भवनों में आग लगने पर आग बुझाने में सक्षम रहेगी।

फिनलैंड से यह हाइड्रोलिक मशीन 24 माह में देवघर एम्स आयेगी। इस पर 26 करोड़ 85 लाख रुपये लागत आयेगी। इस संबंध में टेंडर निकाला गया था। इस पर कोर्ट ने डीजी फायर से पूछा कि यदि इस बीच किसी तरह की दुर्घटना देवघर एम्स में होती है तो कैसे निपटेंगे। इस पर उनकी ओर से कहा गया कि तत्काल ऐसी दुर्घटना से निपटने के लिए करीब 15 छोटी मशीनें लायी जायेंगी। इस पर कोर्ट ने डीजी फायर को निर्देश दिया कि वह कही गई इन बातों को शपथ पत्र के माध्यम से अगली सुनवाई में प्रस्तुत करें। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई आठ अप्रैल निर्धारित की है। न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने मामले की सुनवाई की।

कोर्ट ने पेयजल स्वच्छता विभाग को भी जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। एम्स देवघर की ओर से कहा गया है कि उन्हें प्रतिदिन तीन मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता है, पेयजल विभाग इसे कैसे मुहैया करायेगा। ऊर्जा विभाग को भी कोर्ट ने देवघर एम्स में बिजली उपलब्ध कराने के लिए किये जा रहे उपायों के बारे में शपथ पत्र दाखिल करने को कहा है।

दूसरी ओर, कोर्ट ने देवघर डीसी को भी जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है कि वह देवघर एम्स के कर्मियों के बच्चों के लिए सेंट्रल स्कूल स्थापित करने के लिए जमीन चिह्नित करने को लेकर क्या कदम उठा रहे हैं।