बाजार में तेज करेक्शन के बावजूद, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का वैल्युएशन अभी भी महंगा बना हुआ है। मोतीलाल ओसवाल (MOSL) की रिपोर्ट के अनुसार, गिरावट के बाद लार्जकैप शेयरों की कीमतें औसत से नीचे आ गई हैं, जिससे इस सेक्टर में निवेश के अच्छे मौके बन गए हैं। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेश करते समय सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सेक्टर्स का प्रदर्शन: ओवरवेट बनाम अंडरवेट
ओवरवेट सेक्टर:
- कंजम्पशन
- BFSI
- IT
- इंडस्ट्रियल
- हेल्थकेयर
- रियल एस्टेट
अंडरवेट सेक्टर:
- ऑयल एंड गैस
- सीमेंट
- ऑटो
- मेटल
लार्जकैप में मोतीलाल ओसवाल को विशेष रूप से RIL, भारती एयरटेल, ICICI बैंक, SBI, HUL, L&T, सन फार्मा, मारुति, टाइटन, ट्रेंट और M&M पसंद हैं। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप में इंडियन होटल्स, डिक्सन टेक, JSW एनर्जी, BSE, गोदरेज प्रॉपर्टीज, कोफोर्ज, पेज इंडस्ट्रीज, मेट्रो ब्रांड्स और एंजेल वन पर ध्यान दिया जा रहा है।
बाजार में करेक्शन और वैल्युएशन की स्थिति
MOFSL के Institutional Equities के हेड ऑफ रिसर्च, गौतम दुग्गड़, के अनुसार, पिछले 4-5 महीनों में बाजार में तेज करेक्शन देखने को मिला है। स्मॉलकैप में 5 महीनों में 28% की गिरावट आई है, जबकि मिडकैप में 20% और निफ्टी में 15% की गिरावट दर्ज की गई है।
- मिडकैप वैल्युएशन:
- PE पहले 35x था, अब घटकर 27x रह गया है।
- निफ्टी वैल्युएशन:
- PE घटकर 22 से 18x रह गया है।
- स्मॉलकैप वैल्युएशन:
- PE 24x से घटकर 21x हो गया है।
गौतम दुग्गड़ का कहना है कि वर्तमान में लार्जकैप शेयरों में खरीदारी के अच्छे मौके मौजूद हैं, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेश करते समय सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि इनके वैल्युएशन अभी भी महंगे हैं।