डेरा बाबा नानक उपचुनाव अंतिम चरण में पहुंच गया है। कुल मिलाकर मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच आमने-सामने का नजर आ रहा है. जबकि अकाली दल चुनावी मैदान से बाहर होने के बावजूद निर्णायक भूमिका में नजर आ रहा है. अकाली दल की 31 सदस्यीय समिति द्वारा आम आदमी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा के बाद अब सभी पार्टियों की नजर क्षेत्र के ईसाई मतदाताओं पर है. इनकी संख्या करीब 50 हजार है.
बता दें कि डेरा बाबा नानक में 20 नवंबर को उपचुनाव होने जा रहा है। 18 नवंबर की शाम को खुला चुनाव प्रचार पूरी तरह बंद हो गया. आखिरी दिन सभी पार्टियों ने वोटरों को अपने पक्ष में करने की पूरी कोशिश की. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इलाके में रोड शो किया. वहीं तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ने भी आखिरी दिन कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं किया. इससे पहले भी पूरे चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी इस क्षेत्र में एक भी बड़ा कार्यक्रम नहीं कर पाई थी. यही वजह है कि मुकाबला सीधे तौर पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच नजर आ रहा है. सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा की पत्नी जतिंदर कौर रंधावा कांग्रेस पार्टी से, गुरदीप सिंह रंधावा आम आदमी पार्टी से और रविकरण सिंह काहलों बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं.
शिरोमणि अकाली दल निर्णायक भूमिका में
हालांकि अकाली दल ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है, लेकिन फिर भी अकाली दल पूरी तरह से सुर्खियों में है. क्योंकि अकाली दल के वोटर जीत-हार में निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं. 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार सुखजिंदर सिंह रंधावा को 66294 वोट और अकाली दल के सुच्चा सिंह लंगाह को 63354 वोट मिले थे. जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सुखजिंदर सिंह रंधावा को 52555 और अकाली दल के रविकरण सिंह काहलों को 52089 वोट मिले थे. इससे साबित होता है कि हलके में अकाली दल का बड़ा वोट बैंक है। अब ये वोट बैंक आम आदमी पार्टी की झोली में जाता है या किसी और पार्टी की झोली में जाता है. यह तो चुनाव नतीजों के बाद ही पता चलेगा.
ईसाई समुदाय के वोटों पर सबकी नजर है
डेरा बाबा नानक विधानसभा में ईसाई समुदाय के करीब 50 हजार वोटर हैं. इस बड़े वोट बैंक को पाने के लिए सभी पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं. यही कारण है कि चाहे कांग्रेस का कार्यक्रम हो या आम आदमी पार्टी का, आम लोग ईसाई समुदाय के प्रति अपनी एकजुटता दिखाने के लिए खुलेआम हाल-ए-लुहया के नारे लगाते नजर आते हैं. समय-समय पर दोनों पार्टियों ने दावा किया है कि ईसाई मतदाता उनका समर्थन करते हैं। अब देखने वाली बात ये होगी कि 20 नवंबर को वोटिंग के दौरान ये वोट बैंक किसके खाते में जाएगा.
निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की स्थिति
कुल मतदाता 195604
सामान्य मतदाता 193376
सेवा मतदाता 2228
महिला मतदाता 91593
पुरुष मतदाता 104004
तृतीय लिंग 7
मतदान केंद्रों की संख्या 241