गुना, 24 जून (हि.स.)। मध्य प्रदेश के गुना जिले की चांचौड़ा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक प्रियंका पेंची के देवर पर कृषि विभाग के उप संचालक ने अपने अपहरण, धमकाने और रुपये मांगने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस संबंध में सोमवार को पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा के नाम शिकायती आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। मामले में जांच शुरू हो गई है। वहीं, विधायक और उनके देवर ने आरोपों को झूठा बताकर अधिकारी पर साजिश करने का आरोप लगाया है।
कृषि विभाग के उप संचालक अशोक उपाध्याय ने पुलिस अधीक्षक सिन्हा को शिकायती आवेदन दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 19 जून को चांचौड़ा विधायक प्रियंका पेंची के देवर अनिरुद्ध मीणा का कॉल आया, लेकिन बात नहीं हो सकी। बाद में कृषि अधिकारी ने रिटर्न कॉल किया। अनिरुद्ध मीणा ने उनसे कहा कि आपको 20 जून को विधायक मैडम ने पेंची ऑफिस बुलाया है। सुबह 10 बजे आ जाइए। इस पर मैंने हां कह दी। चूंकि 20 जून को मेरी ड्यूटी स्कूल चलो अभियान में थी, इसलिए मैं विशनवाड़ा (बमोरी) चला गया। सुबह 10:12 बजे अनिरुद्ध मीणा का कॉल आया। पूछा- अभी तक क्यों नहीं आए? मैडम इंतजार कर रही हैं। मैंने बताया कि अभी स्कूल चलो अभियान की डयूटी पर हूं। 21 जून को 11 बजे आता हूं। मैं 21 जून की सुबह 10 बजे अनिरुद्ध मीणा को बताया कि मैं गुना से निकल गया हूं। 11 बजे तक पहुंच जाऊंगा।
उन्होंने कहा कि अनिरुद्ध मीना के फोन करने के अगले दिन 21 जून की सुबह 11 बजे वह विधायक के कार्यालय पैंची पहुंचे। यहां विधायक के देवर अनिरुद्ध ने उर्वरक की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। उनको जानकारी दे दी गई। चूंकि दोपहर 12 कलेक्टर के साथ बैठक थी, इसलिए उनसे जाने की अनुमति मांगी तो अनिरुद्ध ने नहीं जाने दिया और दूसरे कमरे में बैठा दिया।
उप संचालक ने शिकायत में कहा कि अनिरुद्ध ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और उनका मोबाइल लेकर दूर रख दिया। इसके बाद गालियां देते हुए कहा कि जब यहां बुलाया जाता है तो तत्काल एक घंटे में उपस्थित हुआ करें। यह भी कहा कि कलेक्टर क्या होता है, यहां तो एसडीएम, तहसीलदार रोज आते हैं।
उप संचालक ने शिकायत में लिखा है कि अनिरुद्ध ने कहा कि तुम बहुत पैसे कमा रहे हो, 50 लाख रुपये मेरे पास भिजवाओ। यदि पैसे नहीं दिए तो तुम्हारे खिलाफ विधानसभा में प्रश्न लगवाएंगे। यह बात किसी को बताई तो जान से मार देंगे। यह भी कहा कि यदि मैडम (विधायक) होतीं तो अच्छे से पिटाई हो जाती।
मामला सामने आने के बाद विधायक के देवर अनिरुद्ध मीना ने सोशल मीडिया पर मामले की सफाई देते हुए वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने सभी आरोप झूठे बताते हुए एक व्यापारी के समक्ष बातचीत का हवाला दिया है। उनका कहना है कि ‘मेरे संज्ञान में मामला आया है। ऐसा कुछ नहीं हुआ। आरोप निराधार हैं। चांचौड़ा इलाके में किसानों को खाद की समस्या थी। उन्हें खाद नहीं मिल पा रहा। इस वजह से कृषि अधिकारी से बात की थी।
मामले में चांचौड़ा विधायक प्रियंका पेंची ने कृषि उप संचालक अशोक उपाध्याय के सभी आरोप झूठे बताते हुए साजिश की बात कही है। उन्होंने कहा कि 21 जून को उप संचालक यहां आए थे और शिकायत चार दिन बाद कर रहे हैं। यह बात सही है कि 21 जून को उन्हें मेरे देवर ने बुलाया था, क्योंकि चांचौड़ा में खाद नहीं भेजी जा रही है। हम जनप्रतिनिधि हैं और किसान रोज हमसे खाद की मांग कर रहे हैं। ऐसे में किसानों के सामने ही कृषि अधिकारी को बुलाकर बात करने को बुलाया था। इस दौरान खाद को लेकर पूछताछ की थी।
गुना कलेक्टर डा. सतेन्द्र सिंह का कहना है कि कृषि उप संचालक ने एसपी से मामले की शिकायत की है। मुझे भी शिकायत की एक प्रति दी है। प्रकरण की जांच करा रहे हैं। जांच के उपरांत उचित कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा का कहना है कि कृषि उप संचालक ने मामले की शिकायत की है। आवेदन उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजकर जांच कराई जा रही है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएएगी।