देश में कहीं बारिश तो कहीं ठंड शुरू हो गई है. लेकिन दिल्ली में ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है. पिछले पांच दिनों में दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर स्तर पर पहुंच गया है. आज जहांगीरपुरी और आईटीआई में 467 और 445 AQI दर्ज किया गया है. दिल्ली की यमुना नदी में सफेद जहरीला झाग भी तैरता नजर आया, कालिंदी कुंज से भी ऐसा नजारा सामने आया है. जिससे प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक देखी जा रही है.
शुक्रवार को दिल्ली में कितना AQI दर्ज किया गया?
शुक्रवार सुबह 6 बजे दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया. आईटीआई जहांगीरपुरी में 467, मुंडका में 445, न्यू सरूप नगर में 386, प्रशांत विहार में 362, आईपी एक्सटेंशन में 356, आनंद विहार में 353, पूठ खुर्द में 352, रोहिणी सेक्टर 7 में 327, नरेला 314, मुस्तफाबाद 305, रोहिणी सेक्टर 305 रोहिणी सेक्टर 30 में 15, 302 में।
यमुना नदी प्रदूषित
दिल्ली की यमुना नदी में तैरते जहरीले झाग की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। इन दृश्यों को देखकर लोगों की प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ गई. विशेषज्ञों ने यमुना नदी के इस प्रदूषण के लिए मुख्य रूप से टूटी सीवेज लाइनों और डिटर्जेंट को जिम्मेदार ठहराया है। विशेषज्ञों के अनुसार, नदी में जहरीला झाग रंगाई उद्योगों, धोबी घाटों और दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के घरों में इस्तेमाल होने वाले डिटर्जेंट के कारण है। इससे नदी के पानी में फॉस्फेट की मात्रा भी काफी बढ़ गयी है. गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में छठ पूजा समारोह के दौरान जहरीले झाग से भरी यमुना नदी में खड़े श्रद्धालुओं की तस्वीरों ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा था. कालिंदी कुंज के किनारों से जहरीले झाग को हटाने के लिए प्रदूषित नदी में नावें तैनात करने पर दिल्ली सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ा।