दिल्ली चुनाव: दलित वोटर्स को लेकर AAP और BJP में तीखी जंग, केजरीवाल के पुराने वीडियो पर भाजपा का हमला

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दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले दलित वोटर्स को लुभाने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच सियासी जंग तेज हो गई है।

  • AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बाबा साहेब अंबेडकर के नाम को केंद्र में रखकर चुनावी अभियान शुरू किया है।
  • दूसरी ओर, BJP ने केजरीवाल के पुराने बयानों को मुद्दा बनाकर आरक्षण विरोधी करार देने का अभियान छेड़ दिया है।

केजरीवाल के पुराने वीडियो पर BJP का पलटवार

भाजपा ने लगातार दूसरे दिन अरविंद केजरीवाल का एक पुराना वीडियो जारी कर उन पर हमला बोला।

  • वीडियो में केजरीवाल का बयान:
    • “जिस परिवार को एक बार आरक्षण का लाभ मिल जाए, उसे दोबारा इसका फायदा नहीं मिलना चाहिए।”
    • “अगर किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अच्छी है, तो उसे आरक्षण का लाभ नहीं दिया जाना चाहिए।”
  • BJP का आरोप:
    • भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने यह वीडियो शेयर करते हुए कहा:

      “अरविंद केजरीवाल का यह बयान दलित और अंबेडकर विरोधी है। वह आरक्षण खत्म करने का फार्मूला दे रहे हैं। उनकी मंशा आरक्षण को खत्म कर रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को इसका लाभ देने की है।”

    • अमित मालवीय ने यह भी कहा कि केजरीवाल संविधान और बाबा साहेब के विचारों के खिलाफ हैं।

भाजपा नेताओं का तीखा हमला

डॉ. हर्षवर्धन ने भी केजरीवाल के पुराने वीडियो साझा कर उन पर निशाना साधा।

  • उन्होंने कहा:

    “जो केजरीवाल आज संविधान और बाबा साहेब की बात कर रहे हैं, वही कहते थे कि आरक्षण सिर्फ एक बार मिलना चाहिए। यह बयान दलितों के उत्थान के खिलाफ है।”

  • हर्षवर्धन ने केजरीवाल को “महाठग” कहते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने हमेशा व्यक्ति और मुद्दों का राजनीतिक उपयोग किया है।

AAP और भाजपा में बढ़ती तल्खी

यह विवाद ऐसे समय पर हो रहा है जब दिल्ली चुनाव नजदीक हैं और सभी पार्टियां दलित वोटर्स को साधने की कोशिश में जुटी हैं।

  • BJP:
    • केजरीवाल के पुराने बयानों को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है।
    • भाजपा नेताओं का कहना है कि केजरीवाल ने अपने विचारों को बदला और अब दलित हितैषी बनने की कोशिश कर रहे हैं।
  • AAP:
    • पार्टी ने बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को अपनी रणनीति का केंद्र बनाया है।
    • केजरीवाल का फोकस दलित और वंचित वर्गों को पार्टी के साथ जोड़ने पर है।

दिल्ली में दलित वोटर्स का महत्व

दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।

  • अन्य सीटों पर भी दलित वोटर्स का अच्छा खासा प्रभाव है।
  • भाजपा, आप, और कांग्रेस तीनों ही पार्टियां खुद को बाबा साहेब के विचारों का सबसे बड़ा समर्थक साबित करने की कोशिश कर रही हैं।

BJP केजरीवाल के पुराने ट्वीट और बयान खोज रही

भाजपा ने न केवल केजरीवाल के पुराने वीडियो को मुद्दा बनाया है, बल्कि पार्टी ने दिल्ली की सीएम आतिशी का 10 साल पुराना ट्वीट भी खोज निकाला।

  • भाजपा का आरोप है कि AAP और उसके नेता हमेशा आरक्षण विरोधी मानसिकता रखते आए हैं।