देहरादून को राजाजी नेशनल पार्क से जोड़ने वाले दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के चौथे चरण का काम लगभग पूरा होने वाला है। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया है। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो जून तक काम पूरा हो जाएगा और जुलाई तक सड़क का 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड हिस्सा चालू हो जाएगा।
यह एक्सप्रेसवे एशिया का सबसे लंबा वन्यजीव गलियारा होगा। जिसके लिए वर्तमान में 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाया जा रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अनुसार, यह परियोजना 30 जून तक पूरी हो जाएगी। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली को सहारनपुर, बागपत, बड़ौत और शामली होते हुए देहरादून से जोड़ेगा। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे में लेन की संख्या छह है, जिसे बढ़ाकर आठ किया जा सकता है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे यात्रा समय
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यात्रा का समय 6.5 घंटे से घटकर 2.5 घंटे रह जाएगा तथा दूरी 235 किलोमीटर से घटकर 213 किलोमीटर रह जाएगी।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की लागत
हालांकि, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा इस साल जुलाई में चालू होने की उम्मीद है। लेकिन पूरे हाईवे का निर्माण मई 2025 में पूरा होने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रोजेक्ट पर करीब 13,000 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है।
इतने यात्री प्रतिदिन करेंगे यात्रा
अधिकारियों को उम्मीद है कि एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद इस मार्ग का उपयोग करने वाले वाहनों की संख्या प्रतिदिन 20,000 से 30,000 तक बढ़ जाएगी।