दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) की वरिष्ठ नेता आतिशी आज (9 फरवरी 2025) सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकती हैं। वह एलजी सचिवालय पहुंचकर अपना इस्तीफा सौंपेंगी। हाल ही में संपन्न हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद राजनीतिक माहौल पूरी तरह बदल गया है।
आतिशी ने कालकाजी सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रमेश बिधूड़ी को 3,521 वोटों से हराया था, लेकिन इसके बावजूद पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। इस चुनाव में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की, जबकि AAP के कई दिग्गज नेता अपनी सीटें गंवा बैठे। यहां तक कि पार्टी के मुखिया और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपनी सीट नहीं बचा पाए।
AAP को चुनाव में करारी हार, भाजपा का शानदार प्रदर्शन
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को केवल 22 सीटों पर जीत मिली, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की। कांग्रेस का प्रदर्शन भी बेहद खराब रहा, और पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल पाई।
AAP के कई बड़े नेताओं को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, जिनमें शामिल हैं:
- अरविंद केजरीवाल (पूर्व मुख्यमंत्री और AAP संयोजक)
- मनीष सिसोदिया (AAP के वरिष्ठ नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री)
- सत्येंद्र जैन (पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और पार्टी के कद्दावर नेता)
इस हार के बाद आम आदमी पार्टी के भविष्य को लेकर राजनीतिक विश्लेषक कई तरह की अटकलें लगा रहे हैं।
राजनीति में आतिशी का सफर
आतिशी का राजनीतिक करियर बेहद दिलचस्प और संघर्षों से भरा रहा है। उन्होंने शिक्षा और प्रशासन में कई अहम योगदान दिए हैं।
- 2015: आतिशी को तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का सलाहकार नियुक्त किया गया।
- 2019: उन्होंने भाजपा के गौतम गंभीर के खिलाफ पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं।
- 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी सीट से जीत हासिल की।
- कैबिनेट मंत्री बनने के बाद उन्होंने कई विभागों का कामकाज संभाला, खासकर शिक्षा और पर्यावरण से जुड़े सुधारों पर जोर दिया।
आतिशी को हमेशा एक बुद्धिजीवी और सुधारवादी नेता के रूप में देखा जाता रहा है, जिन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई।
सितंबर 2024 में बनीं दिल्ली की मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल के शराब घोटाले मामले में जेल जाने के बाद दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव आया। जब वह जेल से बाहर आए, तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 21 सितंबर 2024 को आतिशी को दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला।
43 साल की आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान पार्टी को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
AAP के तीन मंत्री जीतने में सफल
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के तीन मंत्री अपनी सीटें बचाने में कामयाब रहे।
- गोपाल राय (बाबरपुर) – 18,994 वोटों से जीत
- मुकेश अहलावत (सुल्तानपुर माजरा) – 17,126 वोटों से जीत
- इमरान हुसैन (बल्लीमारान) – 29,823 वोटों से जीत
हालांकि, बाकी पार्टी नेताओं के खराब प्रदर्शन और चुनाव में करारी हार के कारण AAP की सियासी स्थिति कमजोर हो गई है।