दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच कस्तूरबा नगर से कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक दत्त ने आम आदमी पार्टी (AAP) और उसके शीर्ष नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को “दिल्ली के सबसे बड़े घोटाले के एक्टर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर” करार दिया। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि आगामी चुनावों में AAP के शीर्ष नेता बुरी तरह हारने वाले हैं।
अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप
अभिषेक दत्त ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा:
- “अरविंद केजरीवाल सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री नहीं हैं, बल्कि दिल्ली के सबसे बड़े घोटाले के सूत्रधार हैं।”
- उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड महामारी के दौरान जब लोग ऑक्सीजन और दवाओं की कमी से जूझ रहे थे, उस वक्त केजरीवाल “शराब माफिया” के साथ नई शराब नीति पर काम कर रहे थे।
‘शीश महल’ को बताया भ्रष्टाचार का केंद्र
अभिषेक दत्त ने ‘शीश महल’ विवाद पर भी बयान दिया और कहा कि यह भ्रष्टाचार का प्रतीक है।
- “यह शीश महल भ्रष्टाचार का घर है और इसे सील किया जाना चाहिए। केजरीवाल ने जनता के पैसे का दुरुपयोग कर इस स्थान को बनाया है। यह एक बड़े घोटाले का सबूत है।”
- उन्होंने यह भी कहा कि इस घोटाले की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए ताकि जनता को सच्चाई का पता चल सके।
आप के नेताओं पर निशाना
अभिषेक दत्त ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, जैसे मनीष सिसोदिया, आतिशी, और गोपाल राय, को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा:
- “दिल्ली की जनता ने 11 साल तक समस्याएं झेली हैं। अब वक्त आ गया है कि इन नेताओं को सत्ता से बेदखल किया जाए। ये चुनाव दिल्ली के दिल के लिए हैं।”
- उन्होंने यह भी दावा किया कि AAP के शीर्ष नेता आगामी चुनावों में बुरी तरह पराजित होंगे।
भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया
कांग्रेस उम्मीदवार ने भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा:
- “हम सभी जानते हैं कि बिधूड़ी क्या बयानबाजी करते हैं। ऐसे नेताओं की जरूरत नहीं है जो इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं।”
- हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ घोटाले के आरोप सही हैं, लेकिन किसी भी राजनीतिक नेता को अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
पिछले चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन
दिल्ली विधानसभा में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी ने पिछले दो चुनावों में बेहद खराब प्रदर्शन किया है।
- 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस एक भी सीट जीतने में नाकाम रही।
- 2020 में AAP ने 70 में से 62 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को 8 सीटें मिलीं।
आगामी चुनावों पर कांग्रेस की उम्मीदें
अभिषेक दत्त के तीखे बयानों से साफ है कि कांग्रेस आगामी चुनावों में नई ऊर्जा और रणनीति के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है।
- कांग्रेस अब दिल्ली के मतदाताओं को AAP सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और कुशासन के मुद्दे पर जागरूक करने की कोशिश कर रही है।
- क्या यह रणनीति कांग्रेस को उसके पुराने गौरव तक पहुंचाएगी या नहीं, यह तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे।