दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 का शंखनाद आज होने वाला है। भारत निर्वाचन आयोग दोपहर 2 बजे विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेगा। संभावना है कि चुनाव फरवरी 2025 के पहले सप्ताह में आयोजित किए जाएंगे। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है, ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
राजनीतिक दलों की तैयारी: आप सबसे आगे
सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप), जो लगातार चौथी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है, ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
- आप की उपलब्धियां:
- 2015 में 70 में से 67 सीटों पर ऐतिहासिक जीत।
- 2020 में भी दमदार प्रदर्शन करते हुए 62 सीटें जीतीं।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने अब तक 48 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जबकि भाजपा ने केवल 29 उम्मीदवारों की घोषणा की है।
- भाजपा, जो 2015 में केवल 3 सीटें और 2020 में 8 सीटें ही जीत सकी थी, इस बार अपनी रणनीति पर विशेष ध्यान दे रही है।
1.55 करोड़ मतदाता करेंगे फैसला
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी गई है।
- कुल मतदाता: 1,55,24,858।
- पुरुष मतदाता: 83,49,645।
- महिला मतदाता: 71,73,952।
- थर्ड जेंडर मतदाता: 1,261।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि फर्जी दस्तावेज के जरिए मतदाता पहचान पत्र बनाने के 24 मामलों में 8 एफआईआर दर्ज की गई हैं। अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेज जमा करने के खिलाफ सख्त चेतावनी दी है।
चुनावी इतिहास और आप की चुनौती
- 2015 का विधानसभा चुनाव:
- आम आदमी पार्टी ने 67 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया था।
- भाजपा को केवल 3 सीटें मिलीं।
- 2020 का विधानसभा चुनाव:
- आप ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की।
- भाजपा को 8 सीटें मिलीं।
- कांग्रेस खाता भी नहीं खोल सकी।
इस बार, अरविंद केजरीवाल की नेतृत्व वाली सरकार अपनी नीतियों और उपलब्धियों के दम पर जनता का विश्वास फिर से जीतने की कोशिश कर रही है।
भाजपा और कांग्रेस की रणनीति
- भाजपा:
- पार्टी दिल्ली में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नई रणनीति अपना रही है।
- चुनाव प्रचार में केंद्र सरकार की योजनाओं और दिल्ली में एमसीडी के काम को जोर-शोर से पेश किया जाएगा।
- कांग्रेस:
- पार्टी ने 48 उम्मीदवारों की घोषणा की है और आप व भाजपा के खिलाफ खुद को तीसरे विकल्प के रूप में पेश कर रही है।
- 2020 में शून्य प्रदर्शन के बाद, कांग्रेस इस बार जमीनी स्तर पर मेहनत कर रही है।
दिल्ली की जनता के मुद्दे
दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनता के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दे चर्चा का केंद्र होंगे।
- शिक्षा और स्वास्थ्य: आप सरकार के स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक मॉडल ने आम जनता में बड़ी पहचान बनाई है।
- महंगाई और प्रदूषण: भाजपा इन मुद्दों पर आप सरकार को घेर सकती है।
- सुरक्षा और रोजगार: कांग्रेस ने महिलाओं की सुरक्षा और बेरोजगारी को मुख्य चुनावी एजेंडा बनाया है।