दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि नई सरकार अपने वादों को पूरा नहीं करना चाहती और इसके लिए दिल्ली की आर्थिक स्थिति का बहाना बना सकती है। उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के दौरान दिल्ली की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई थी, लेकिन भाजपा अब यह कहकर बचने की कोशिश कर रही है कि आर्थिक संकट के कारण वादे पूरे नहीं किए जा सकते।
आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 8 मार्च तक दिल्ली की महिलाओं के खातों में ₹2500 की पहली किस्त भेजने का वादा किया था, लेकिन उनका इसे पूरा करने का कोई इरादा नहीं है। गौरतलब है कि भाजपा ने दिल्ली में सरकार बनने पर ‘महिला समृद्धि योजना’ लागू करने का वादा किया था।
ममता कुलकर्णी का इस्तीफा स्वीकार नहीं, दोबारा बनाई गईं महामंडलेश्वर
‘भाजपा अपने ही वादे तोड़ने जा रही है’ – आतिशी
शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी ने भाजपा पर सवाल उठाते हुए कहा:
“दिल्ली चुनाव के दौरान भाजपा ने ‘मोदी की गारंटी’ नाम से एक पर्चा बांटा था। इसमें पहला वादा था कि हर महिला को ₹2500 मासिक दिए जाएंगे। भाजपा ने बार-बार कहा कि सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में महिलाओं को आर्थिक सहायता देने का फैसला लिया जाएगा और 8 मार्च तक पहली किस्त उनके बैंक खाते में आ जाएगी। लेकिन अब हमें पता चला है कि भाजपा ना सिर्फ ₹2500, बल्कि अपने अन्य चुनावी वादे भी पूरा करने का इरादा नहीं रखती।”
‘भाजपा बहाने बना रही है, आंतरिक कलह में उलझी है’
आतिशी ने दावा किया कि भाजपा अपनी आंतरिक लड़ाइयों में उलझी हुई है और उनके विधायकों में इस बात को लेकर झगड़ा चल रहा है कि कौन मंत्री बनेगा और कौन कितनी लूट करेगा।
उन्होंने कहा,
“भाजपा अब आम आदमी पार्टी की सरकार पर दोष मढ़ेगी और कहेगी कि दिल्ली सरकार के पास पैसे नहीं हैं। वे दावा करेंगे कि AAP सरकार ने दिल्ली को वित्तीय संकट में डाल दिया, ताकि वे अपने वादे पूरे ना करने का बहाना बना सकें। यह पूरी रणनीति भाजपा की लूट को छिपाने और वादे तोड़ने के लिए बनाई गई है।”
दिल्ली की आर्थिक स्थिति को लेकर क्या बोलीं आतिशी?
आतिशी ने 2015 से 2025 के बीच दिल्ली की आर्थिक स्थिति में आए सुधार का जिक्र किया और कहा कि AAP सरकार दिल्ली को मजबूत आर्थिक स्थिति में छोड़कर जा रही है।
- 2014-15 में दिल्ली का बजट ₹31,000 करोड़ था, जो 2024-25 में बढ़कर ₹77,000 करोड़ हो गया।
- 10 साल में बजट में ₹46,000 करोड़ की वृद्धि हुई, यानी दिल्ली का बजट ढाई गुना बढ़ा।
- AAP सरकार ने कर्ज भी काफी हद तक कम किया।
- 2014 में दिल्ली का GDP-डेब्ट रेशियो 6.6% था, जो 2023 में घटकर 3.9% हो गया।
- 2025 में जब हम सरकार छोड़ रहे हैं, तो यह केवल 3% रह गया है।
- AAP सरकार ने पुरानी सरकार के कर्ज भी चुका दिए।
आतिशी ने 2022 में आई CAG रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली देश की एकमात्र ‘Revenue Surplus’ सरकार थी। उन्होंने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को आर्थिक बूम की स्थिति में भाजपा को सौंपा है।
‘भाजपा आर्थिक बहाने बनाना बंद करे और अपने वादे पूरे करे’
आतिशी ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा,
“भाजपा ने जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करे। खासकर महिलाओं को ₹2500 प्रति माह देने की गारंटी, जिसे पहली कैबिनेट बैठक में पास होना था और 8 मार्च तक खातों में आना था। हमें उम्मीद है कि भाजपा अपने वादों को पूरा करेगी और दिल्ली की महिलाओं को ठगेगी नहीं।”