1975 में रिलीज़ हुई अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र की सदाबहार ब्लॉकबस्टर ‘शोले’ आज भी दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाए हुए है। हिंदी सिनेमा की सबसे बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाने वाली इस फिल्म के डायलॉग्स और किरदार इतने मशहूर हैं कि लोग इसे बार-बार देखना पसंद करते हैं। हाल ही में सिनेमाघरों में फिर से रिलीज होने पर दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि शोले की रिलीज से पहले सेंसर बोर्ड ने फिल्म के कई सीन काट दिए थे? ऐसा ही एक डिलीट किया गया सीन 49 साल बाद सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
डिलीट सीन: गब्बर सिंह की क्रूरता
फिल्म का एक डिलीट सीन हाल ही में ‘ओल्ड इज़ गोल्ड’ नामक इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया गया।
- तस्वीर में गब्बर सिंह (अमजद खान) को दिखाया गया है, जो सचिन पिलगांवकर द्वारा निभाए गए किरदार अहमद को बालों से खींचते हुए खतरनाक अंदाज में खड़ा है।
- उसके चारों ओर डाकुओं का झुंड नजर आ रहा है।
सेंसर बोर्ड ने क्यों हटाया सीन?
- सेंसर बोर्ड ने इसे अत्यधिक हिंसक और गब्बर की क्रूरता के खौफनाक चित्रण के कारण हटा दिया।
- यह सीन गब्बर के खतरनाक व्यक्तित्व को और भी भयावह बनाता।
गब्बर सिंह: एक डरावना खलनायक
‘शोले’ के हर डायलॉग ने सिनेमा इतिहास में अपनी अलग पहचान बनाई।
- गब्बर सिंह का मशहूर डायलॉग:
“यहां से पचास-पचास कोस दूर जब बच्चा रात को रोता है तो मां कहती है, ‘सो जा बेटा, नहीं तो गब्बर आ जाएगा'”
यह लाइन दर्शकों को सिहराने के लिए काफी थी। - गब्बर के चरित्र ने इतना भय पैदा किया कि सेंसर बोर्ड ने उसकी क्रूरता दिखाने वाले कई दृश्यों को फिल्म से हटा दिया।
शोले: एक सिनेमाई इतिहास
- शोले को इसके रोमांचक कथानक, यादगार डायलॉग्स और दमदार किरदारों के लिए जाना जाता है।
- गब्बर सिंह के रूप में अमजद खान का प्रदर्शन हिंदी सिनेमा के सबसे प्रभावशाली खलनायकों में से एक माना जाता है।
- फिल्म का हर दृश्य और डायलॉग आज भी दर्शकों के दिलों में ताजा है।