कार्डियक सर्जन डॉ. राजीव गहलोत की मौत, डेंगू की आशंका

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जोधपुर, 03 दिसम्बर (हि.स.)। शहर के जाने-माने ह्रदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियक सर्जन) डॉ. राजीव गहलोत का मंगलवार सुबह वसुंधरा अस्पताल में निधन हो गया। यहां अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। डॉ गहलोत यहीं पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। मूलत: जोधपुर निवासी डॉ गहलोत ने सम्पूर्णानन्द मेडिकल कॉलेज में ही पढ़ाई कर डाक्टरी और ह्रदय रोग में विशेषज्ञता हासिल की और काफी समय तक एमडीएम अस्पताल में भी कार्डियक सर्जन के रूप में सेवाएं दी थी।

सोमवार रात बुखार के चलते तबीयत बिगडऩे के बाद डॉ राजीव को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार सुबह टेस्टिंग रिपोर्ट में प्लेटलेट्स 18 हजार आई थी। इसी बीच उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। उनको बचाने के प्रयास किए गए, लेकिन उनकी मौत हो गई। उनके निधन की सूचना मिलते ही उनके साथी डॉक्टर और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी अस्पताल पहुंचे। आशंका जताई जा रही है कि उनकी मौत डेगूं के चलते हुई है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। डॉ राजीव गहलोत की पत्नी डॉ. प्रभा भी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं।

डॉ. गहलोत जोधपुर के जाने-माने सर्जन थे और उन्होंने करीब पांच हजार से ज्यादा हार्ट की सर्जरी की थी। उन्होंने पिछले 12 वर्षों में देशभर के विभिन्न केंद्रों में कार्डियोवस्कुलर और थोरैसिक सर्जरी की। मिनिमल इनवेसिव कार्डियक सर्जरी, टोटल आर्टेरियल सीएबीजी और पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी में उनकी विशेषज्ञता थी। डॉ राजीव गहलोत उन चुनिंदा वरिष्ठ कार्डियोथोरेसिक और संवहनी सर्जनों में से एक थे, जो सभी प्रकार की वयस्क कार्डियक सर्जरी, न्यूनतम इनवेसिव कार्डियक सर्जरी, जटिल महाधमनी और संवहनी सर्जरी के साथ जटिल जन्मजात (बाल चिकित्सा कार्डियक सर्जरी) में अनुभव रखते थे। उनकी मौत से चिकित्सा जगत में शोक की लहर है।