वेदांता एल्युमीनियम ने सार्वजनिक क्षेत्र की गैस कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड के साथ समझौता किया है। यह अनुबंध ओडिशा के झारसुगुड़ा स्थित कंपनी की स्मेल्टर इकाई को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए है। देश की अग्रणी एल्युमीनियम उत्पादक गेल (इंडिया) लि. गेल गैस लिमिटेड की सहायक कंपनी। के साथ गैस बिक्री समझौते पर हस्ताक्षर किये गये हैं वेदांता एल्युमीनियम ने बुधवार को एक बयान में कहा कि प्राकृतिक गैस की ओर बदलाव अगले साल के अंत तक शुरू होने की संभावना है। इससे सालाना 47,292 टन कार्बन उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है।
2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य
वेदांता दोहरी रणनीति लागू करके 2050 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दोहरी रणनीति में नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना और ‘कार्बन सिंक’ बनाना शामिल है यानी वनीकरण प्रयासों के माध्यम से कार्बन को अलग करना। वेदांता और हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के गैर-कार्यकारी निदेशक। चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा, “गेल गैस लिमिटेड के साथ हमारी साझेदारी कार्बन उत्सर्जन को कम करने और स्वच्छ ऊर्जा समाधान अपनाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
7.5 किमी लंबी पाइपलाइन बिछाई जाएगी
गेल गैस लिमिटेड प्रतिदिन लगभग 32,000 मानक घन मीटर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए 7.5 किमी लंबी पाइपलाइन स्थापित करेगी। पाइपलाइन चालू होने के बाद अनुबंध की अवधि पांच साल होगी। वित्त वर्ष 2023-24 में वेदांता एल्युमीनियम ने 23.7 लाख टन एल्युमीनियम का उत्पादन किया।