डालसा सचिव एवं प्रधान मजिस्ट्रेट ने किया संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण

लोहरदगा, 23 मई (हि.स.)। जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) के सचिव राजेश कुमार एवं प्रधान मजिस्ट्रेट जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड जया स्मिता तिर्की ने गुमला स्थित संप्रेक्षण गृह का दौरा किया। गुमला संप्रेक्षण गृह में कुल 76 बच्चे बंद हैं, जिसमें गुमला के 41, सिमडेगा के 6 और लोहरदगा के 29 बच्चे शामिल हैं। लोहरदगा में बच्चों का संप्रेक्षण गृह नहीं होने के कारण गुमला में ही लोहरदगा के बच्चे संसीमित है।

डालसा सचिव ने एक-एक कर बच्चों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को जाना। प्रधान मजिस्ट्रेट ने भी बच्चों के केस की प्रगति के बारे में जानकारी ली। लोहरदगा जिला विधिक सेवा प्राधिकार की तरफ से बच्चों को लैंगिक अपराध एवं नशापान मुक्ति संबंधित बातों की जानकारी दी गई, जिसमें नशापान के दुष्परिणाम एवं पोक्सो जैसे गंभीर अपराध में हालिया सर्वोच्च न्यायालय के उस निर्णय की जिक्र किया गया जिसमें एक बच्चे को एक लड़की का वीडियो वायरल करने के कारण सर्वोच्च न्यायालय तक ने जमानत देने से इनकार कर दिया। आज के कार्यक्रम में सुपरिटेंडेंट अविनाश कुमार एवं प्रोबेशनर ऑफिसर कन्हैया सोनी, वार्डेन सीता कुमारी भी उपस्थित रहे।