दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन (दक्षिण अफ्रीका) और शेन बॉन्ड (न्यूजीलैंड) ने मौजूदा दौर के गेंदबाजों को लेकर बड़ा बयान दिया है। जहां शेन बॉन्ड ने कहा कि आज के 70% गेंदबाजों को खुद ही नहीं पता कि वे क्या कर रहे हैं, वहीं डेल स्टेन ने माना कि टी20 क्रिकेट ने खेल को पूरी तरह बदल दिया है।
दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने हाल ही में समाप्त हुई चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में गेंदबाजों के प्रदर्शन पर भी चर्चा की और बताया कि किस तरह आधुनिक क्रिकेट में बल्लेबाजी हावी हो रही है, जबकि गेंदबाज संघर्ष कर रहे हैं।
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डेल स्टेन बोले – ‘अब 10 ओवर में 30 रन देने वाले दिन गए’
डेल स्टेन ने द क्रिकेट मंथली को दिए इंटरव्यू में कहा,
“सच कहूं तो टी20 क्रिकेट ने खेल को पूरी तरह बदल दिया है। जिस तरह से आज बल्लेबाज खेलते हैं, गेंदबाजों को भी उसी हिसाब से अपनी सोच बदलनी होगी। वो दिन चले गए जब शॉन पोलक जैसे गेंदबाज 10 ओवर में 30 रन देकर शानदार स्पेल डालते थे। अब ऐसा शायद ही कभी देखने को मिलता है।”
उन्होंने आगे कहा,
“अब मैं ऐसे गेंदबाजों की तलाश करता हूं जो विकेट निकालने की क्षमता रखते हों, खासकर टी20 क्रिकेट में। विकेट लेने वाले गेंदबाज ही खेल को तोड़ सकते हैं और साझेदारियों को खत्म कर सकते हैं।”
स्टेन ने यह भी बताया कि सफल गेंदबाजों को अपनी मूल गेंदबाजी तकनीक पर टिके रहना चाहिए।
- डॉट बॉल डालने पर फोकस करें।
- ऑफ-स्टंप के ऊपर गेंदबाजी करें।
- ऐसी गेंद फेंकें जो अंदर आए, जिससे बल्लेबाज एलबीडब्लू या बोल्ड हो सके।
- बाहर जाने वाली गेंदों से आउटसाइड एज लेने की कोशिश करें।
स्टेन ने जसप्रीत बुमराह और कगिसो रबाडा का उदाहरण देते हुए कहा,
“अगर आप बुमराह और रबाडा को देखें, तो वे हर स्थिति में आकर विकेट लेने की काबिलियत रखते हैं। यही उन्हें स्पेशल बनाता है।”
शेन बॉन्ड – ‘बल्लेबाजी तेज़ी से बदली, गेंदबाजी पिछड़ गई’
न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड ने भी गेंदबाजों की गिरती क्वालिटी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा,
“बल्लेबाजी बहुत तेजी से आगे बढ़ी है, खासकर स्ट्रोकप्ले और आक्रामक मानसिकता के कारण। लेकिन गेंदबाजी अभी भी पिछड़ रही है, और यही कारण है कि टी20 में 300 और वनडे में 400 के स्कोर अब आम हो गए हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि गेंदबाजों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी।